कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जमकर गरजे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा- कमल की गद्दार सरकार थी

Gaurav Sharma
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अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। एक वो कमल की गद्दार सरकार थी और एक ये कमल की जन हितैषी सरकार है। कांग्रेस के नेता महिलाओं के लिए ऐसी बयानवाजी कर रहे हैं कि उन शव्दों को कहा भी नहीं जा सकता। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह महिलाओं के प्रति ऐसे शब्द बोल रहे हैं, जिनका जवाब आप सभी को आने वाली 3 तारीख को देना है। किसानों की फसलों का नुकशान हुआ तो मैं और सीएम शिवराज सिंह जी खेतों में गए लेकिन कमलनाथ जी कभी खेतों में दिखे क्या। यह बातें आज ग्राम सोनेरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहीं।

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राज्यसभा सांसद सिंधिया ने कांग्रेस की तात्कालिक सरकार पर जम कर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने मप्र को भ्रस्टाचार का केंद्र बनाया, कोरोना काल में कमलनाथ जी ने एक मीटिंग तक नहीं ली। लेकिन शिवराज सिंह जी कोरोना काल मे दिन रात मेहनत करते रहे कि प्रदेश की जनता कोरोना से बच सके। सिंधिया ने तंज कसते हुए कहा कि एक वह कमल की गद्दार सरकार थी और एक ये कमल की जन हितैषी सरकार है।

उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार ने मप्र की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ गद्दारी की है। सिंधिया ने कहा कि जिन बिधायकों ने मप्र को बचाने के लिए कुर्बानी दी है मैं उनके सामने नतमस्तक हूं। ये योद्धा हैं और इन योद्धाओं की कुर्बानी पर आने बाली तीन तारीख को कमल का बटन दबाना आप सभी का दायित्व है।

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वहीं विधानसभा अशोकनगर के अंतर्गत आने वाले ग्राम सोनेरा में सतना सांसद गणेश सिंह ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से जो कहा सो किया। जनता के लिए कई लोक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं। एक बार फिर अशोकनगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी को जिताकर प्रदेश के भाजपा की स्थायी सरकार बनाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथ मजबूत करना है।

भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी ने कहा कि कमलनाथ सरकार में अपमान की पराकाष्ठा पार हो गईं थी। आप सभी ने हमें अपना आशीर्वाद दे कर विधानसभा भेजा लेकिन हम कोई काम नहीं कर पा रहे थे। जब महाराज ने कहा कि मेरी जनता के काम नहीं होंगे तो मैं सड़क पर आ जाऊंगा, तो कमलनाथ जी ने साफ बोल दिया कि आ जाओ सड़कों पर तब हमने संकल्प लिया कि हम सभी एक साथ सड़क पर आएंगे। तब हमने यह निर्णय लिया था।

जिस सरकार में हम हमारी जनता के लिए कोई काम नहीं करा पा रहे थे। उस सरकार में रहने से अच्छा हमने स्तीफा देना मुनासिब समझा। महाराज ने ही मुझे इस लायक बनाया है कि मैं आज आप सभी के सामने खड़ा हूँ। आज कांग्रेसी हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को ही भूखा नंगा कह कर संबोधित कर रहे हैं। धिक्कार है ऐसे नेताओं पर जिनकी जुबान पर कोई मर्यादा नहीं।

कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया

इस अवसर पर विधानसभा प्रभारी एवं सागर विधायक शैलेन्द्र जैन, विधायक अनिल जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी, पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, गजराम सिंह यादव,सीताराम काकाजी, ओम प्रकाश चौधरी, धर्मेंद्र चौधरी, करण सिंह रघुवंशी, डॉ. जयमण्डल सिंह यादव, हरिओम नायक, नरेंद्र सिंह यादव, धर्मवीर रघुवंशी, मंडल अध्यक्ष,देवेंद्र रघुवंशी,जगदीश यादव, शेलेन्द्र रघुवंशी,सरपंच सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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