दशहरे के बाद लाखों कर्मचारियों को मिलेगा तोहफा! 4% बढ़ेगा डीए, बढ़कर होगा 46%, 3 महीने के एरियर का भी भुगतान, बोनस का ऐलान भी संभव

Pooja Khodani
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Employees DA update

Government Employees DA Hike 2023 : केन्द्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों-पेंशनरों का महंगाई भत्ता 4% बढ़ाए जाने के बाद अब राज्यों में भी डीए की दरों में संशोधन का दौर शुरू हो गया है। अबतक ओडिशा और कर्नाटक सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ा दिया है वही अब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डीए बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए वित्त विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है और जल्द ही तैयार प्रस्ताव को कैबिनेट में लाया जाएगा। संभावना है कि दिवाली से पहले डीए बढ़ोत्तरी का ऐलान हो सकता है।

जुलाई से लागू होंगी नई दरें, एरियर का भी भुगतान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीवाली के पहले यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य के 19 लाख से ज्यादा  कर्मचारियों पेंशनरों के DA/DR में वृद्धि कर सकती है। केंद्र के ऐलान के बाद यूपी सरकार के वित्त विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रस्ताव के तहत 12 लाख शिक्षकों-कर्मचारियों और 7 लाख पेंशनरों का 4% DA बढ़ेगा। कैबिनेट मंजूरी के बाद 1 जुलाई 2023 से बढ़ा हुआ डीए लागू होगा। वही जुलाई अगस्त और सितंबर का एरियर भी कर्मचारियों-पेंशनर्स को मिलेगा।खबर है कि त्योहार के मौके पर अराजपत्रित कर्मियों को 30 दिन के वेतन के बराबर बोनस भी दिया जा सकता है। कर्मचारियों के डीए पर हर महीने 214 करोड़ और अराजपत्रित कर्मियों के बोनस पर 1000 करोड़ का अतिरिक्त व्ययभार आएगा।

दिवाली से पहले मिल सकता है डीए और बोनस

केन्द्र द्वारा डीए के ऐलान के बाद अब उत्तर प्रदेश लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा परिसंघ ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज कर दीवाली से पहले कर्मचारियों का बोनस और महंगाई भत्ते की किश्त जारी करने की मांग की।संघ की मांग है कि केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिये दीवाली के पहले बोनस तथा 4 % DA की किश्त जारी करने की घोषणा कर दी है, ऐसे में प्रदेश सरकार को भी दिवाली के पहले ही बोनस तथा 4% DA की किश्त जारी करनी चाहिये।इधर, संयुक्त पेंशनर्स कल्याण समिति व उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने सीएम को इसके लिए पत्र भेजा है और मांग की है कि प्रदेश के 12 लाख शिक्षकों-कर्मचारियों और सात लाख पेंशनरों का 4-4 फीसदी डीए जल्द से जल्द मिलना चाहिए।

केन्द्र के डीए बढ़ाने के बाद UP में भी बढ़ता है DA

गौरतलब है कि साल में 2 बार सरकारी कर्मचारियों के DA और पेंशनरों के DR में बढ़ोतरी जनवरी और जुलाई महीनों से प्रभावी होती है। जब भी केंद्र के तरफ से डीए बढ़ाया जाता है, तभी यूपी में भी कर्मचारियों पेंशनरों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में वृद्धि की जाती है। नियमानुसार, केंद्र सरकार ने कर्मचारियों का जुलाई 2023 का डीए बढ़ा दिया है, ऐसे अब केन्द्र की तर्ज पर योगी आदित्यनाथ सरकार भी 4% और भत्ता बढाने की तैयारी है। DA की गणना कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के मूल वेतन पर किया जाता है।सरकारी कर्मचारियों, पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों और पेंशनधारकों को महंगाई भत्ता और महंगाई राहत दी जाती है।

यूपी के अलावा इन राज्यों में भी बढ़ सकता है महंगाई भत्ता

यूपी के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों पेंशनरों को दिवाली से पहले डीए का लाभ मिल सकता है। खबर है कि केंद्र द्वारा डीए वृद्धि के फैसले के बाद मप्र शासन द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समन्वय समिति के माध्यम से केंद्रीय चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा जा सकता है। हाल ही में तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने भी राज्य सरकार से  मांग की है कि केंद्रीय कर्मियों की तरह राज्य के 7.50 लाख कार्यरत एवं 4.50 लाख सेवानिवृत्ति कार्यरत एवं सेवानिवृत्ति सभी अधिकारी कर्मचारियों को 4% महंगाई भत्ता एवं राहत 1 जुलाई 2023 से प्रदान किया जाए। चुनाव के कारण इसे रोक नहीं जा सकता और चुनाव आयोग को फाइल भेज कर इसकी स्वीकृति ली जाए।

इधर, केन्द्र द्वारा डीए बढ़ाने जाने के बाद छत्तीसगढ़ में भी महंगाई भत्ता और महंगाई राहत बढ़ाने की मांग उठने लगी है। भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ ने राज्य की भूपेश बघेल सरकार से डीए बढ़ाने की मांग की है। इसके अलावा केन्द्र के ऐलान के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी कर्मचारियों पेंशनरों की महंगाई भत्ते की 2022 जुलाई से 3 किस्तें एक जुलाई 2022 से, दूसरी एक जनवरी 2023 और तीसरी किस्त एक जुलाई 2023 से देय है।वर्तमान में कर्मचारियों पेंशनरों को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है, जबकि केंद्र में यह 46 प्रतिशत है, ऐसे में केंद्र से तुलना में राज्य कर्मियों का 12 प्रतिशत डीए कम है, जिसका कर्मचारियों को दिवाली तक मिलने का इंतजार है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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