रांची, डेस्क रिपोर्ट। मोदी सरकार (Modi Government) के लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष करने के विधेयक को मंजूरी के बाद राजनैतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है, कोई इसका सपोर्ट तो कोई इसका विरोध कर रहा है। इसी बीच झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren government of Jharkhand) में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाफिजुल हसन का बड़ा बयान सामने आया है।
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मंत्री हाफिजुल हसन का कहना है कि केंद्र सरकार को लड़कियों के विवाह की उम्र कम करनी चाहिए थे, जबकी इसे बढ़ा दिया गया है। आजकल लड़कियों की ग्रोथ को देखते हुए इसे घटाकर 16 साल कर दिया जाना चाहिए, अगर नहीं तो इसे 18 साल पर ही रहने दें। लड़कियों की विवाह की उम्र 18 से ज्यादा किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए।मंत्री के इस बयान के बाद विरोध शुरु हो गया है।
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बता दें एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए अपने भाषण में लड़कियों के शादी की न्यूनतम उम्र सीमा जल्द ही 18 से बढ़ाकर 21 साल किए जाने के संकेत दिए थे। इसके बाद गुरुवार को केंद्र की मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet Decision) ने लड़कियों की शादी की उम्र सीमा लड़कों के बराबर यानी 21 साल करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दी है।अब इसे संसद में पेश किया जाएगा।