पूर्व विधायक की बीजेपी में घर वापसी, चुनावों से पहले मिल सकता है बड़ा तोहफा

Pooja Khodani
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जयपुर, डेस्क रिपोर्ट। आगामी चुनावों (Upcoming Election) से पहले देश में दल बदल का सिलसिला तेजी से चल रहा है। आए दिन बीजेपी-कांग्रेस (Congress-BJP) के नेता मौके की नजाकत को देखते हुए एक दल से दूसरे दल में शामिल हो रहे है। अब पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह (Former Minister Natwar Singh) के बेटे और पूर्व विधायक जगत सिंह की भाजपा में घर वापसी हो गई है।प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जगत सिंह को दुपट्टा ओढ़ाया तो उन्होंने पांव छूकर पूनिया का आभार जताया।

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शनिवार देर शाम पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र और पूर्व विधायक जगत सिंह (Former MLA Jagat Singh) ने  प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में फिर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।यह दूसरा मौका है जगत बीजेपी में शामिल हुए हैं, इसके पहले वे भाजपा छोड़ बसपा (BSP) और कांग्रेस में रहे थे। पूर्व विधायक जगत सिंह करीब ढाई साल तक बीजेपी से बाहर रहे

पूर्व विधायक जगत सिंह 2013-18 तक भाजपा के टिकट पर लक्ष्णगढ़ सीट से विधायक रहे, लेकिन पिछले चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी और बसपा में शामिल होकर चुनाव लड़े थे। हालांकि वह हार गए थे। वह एक बार कांग्रेस के टिकट पर भी विधायक रह चुके हैं।बीजेपी में शामिल होते ही उन्होंने खुलासा किया कि  पार्टी के एक नेता के साथ मतभेदों की वजह से बीजेपी छोड़ दी थी और इस पर उन्होंने खेद भी व्यक्त किया लेकिन उस व्यक्ति के नाम को सार्वजनिक नहीं किया।

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खास बात तो ये है कि पंचायत चुनाव (Panchayat Election) से पहले पूर्व विधायक जगत सिंह की घर वापसी से भरतपुर जिले के सियासी समीकरण बदल गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि भरतपुर में भाजपा के जिला प्रमुख का चेहरा हो सकते है। जगत सिंह जिला परिषद सदस्य के लिए नामांकन दाखिल कर चुके हैं, माना जा रहा है कि वे भरतपुर से बीजेपी के जिला प्रमुख उम्मीदवार हो सकती है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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