कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, वेतन में होगी बढ़ोतरी, खाते में बढ़ेगी राशि, नहीं होगी छंटनी

Kashish Trivedi
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Employees Salary Hike : एक तरफ जहां कई कंपनियां भारत में कर्मचारियों की छटनी कर रही है। दूसरी तरफ कई कंपनियों द्वारा कर्मचारियों के वेतन में भी बढ़ोतरी की बात की गई है। कुछ निजी कंपनी द्वारा कर्मचारियों के वेरिएबल पे को भी बढ़ाया गया है। इसी बीच कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी। इसके अलावा नए कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी।

कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी

दरअसल भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी सेवा निर्यातक टाटा कंसलटेंसी सर्विस से पुष्टि की है कि टाटा से किसी भी कर्मचारियों को नहीं निकाला जाएगा। इसके बजाय कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी। इसके साथ ही नए कर्मचारियों की भी नियुक्ति की जानी है। इस मामले में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने अपने साक्षात्कार में कहा है कि कंपनी कर्मचारियों की प्रतिभा को निकालने में विश्वास करती है।

ऐसे में कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया है। साथ ही चल रही छटनी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आईटी कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में कटौती के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि आवश्यकता से अधिक लोगों को काम पर गया था लेकिन इसमें ऐसा नहीं है। टीसीएस अपने दृष्टिकोण में सतर्क रहता है। इसके साथ ही सभी टेक कंपनी छटनी के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन टीसीएस 6 लाख से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं।

पिछले वर्षों के समान ही वेतन वृद्धि का लाभ

मिलिंद लक्कड़ ने खुलासा करते हुए कहा कि टीसीएस स्टाफ सदस्यों को वास्तव में पिछले वर्षों के समान वेतन वृद्धि प्राप्त होगी। कर्मचारियों की सैलरी स्ट्रक्चर में किसी भी तरह के बदलाव नहीं किए गए हैं। इसलिए उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि टीसीएस द्वारा एक बार फिर से कर्मचारियों के वेतन में 8 फीसद तक की वृद्धि की जा सकती है। ऐसे में इतना तो तय है कि टीसीएस के कर्मचारियों को पिछले वर्षों के समान ही वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। इसके अलावा कर्मचारियों की छटनी भी नहीं होगी।

बड़ा खुलासा करते हुए मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि पिछले वर्ष के दौरान एक लाख प्रशिक्षु सहित दो लाख से अधिक लोगों को काम पर रखा गया है। इसके साथ ही कई योग्य परियोजनाओं में इसे शामिल किया जा रहा है। जिसके कारण नई भर्तियों में कमी के कारण गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं जरूरत के हिसाब से नहीं कर्मचारियों की नियुक्ति भी की जानी है।


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