नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कर्मचारियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए खुशखबरी है।केन्द्र की मोदी सरकार ने कर्मचारियों के हित में बड़ा फैसला किया है, इसके तहत अगले 6 महीने में सभी कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलने लगेगा। कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने गवर्नमेंट हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम पूरे भारत में लागू करने का फैसला लिया है।इसके तहत आयुष्मान भारत पीएमजेएवाईए के एमआईएमपी और टाई अप अस्पतालों को पैनल में शामिल करके नए डीसीबीओ की स्थापना के माध्यम से चिकित्सा देखभाल सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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दरअसल, वर्तमान में ईएसआई स्कीम 443 जिलों में पूरी तरह एवं 153 जिलों में आंशिक रूप से कार्यान्वित है जबकि 148 जिले ऐसे हैं जो ईएसआई स्कीम के तहत कवर नहीं किए गए हैं। वर्ष 2022 की समाप्ति तक पूरे देश के आंशिक रूप से कार्यान्वित तथा गैर कार्यान्वित जिलों को पूरी तरह कवर कर लिया जाएगा। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में ईएसआई कॉरपोरेशन ने रविवार को आयोजित ईएसआईसी की 188वीं बैठक में देश भर में स्वास्थ्य देखभाल एवं सेवा वितरण तंत्र को बढ़ावा देने के लिए ESIC स्कीम का कार्यान्वयन वर्ष 2022 की समाप्ति तक पूरे देश में किए जाने का निर्णय लिया गया।
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इसके अलावा इस बैठक में लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों में बीमित कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों की चिकित्सीय देखभाल संबंधी सेवाओं में सुधार करना भी शामिल है। ESIC ने भोपाल के सोनागिरी स्थित राज्य सरकार द्वारा संचालित ESIS अस्पताल को सीधे अपने प्रशासनिक नियंत्रण में चलाने के लिए उसे अपने हाथ में लेने का निर्णय लिया है। ESIC ने अब राज्य सरकार में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट की अनुपलब्धता की खाई को पाटने के लिए ESIS अस्पतालों के लिए आवश्यक स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट की नियुक्ति करने का भी निर्णय लिया है। इन स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट को नियुक्त करने पर होने वाला पूरा खर्च भी ESIC द्वारा वहन किया जाएगा। यह कदम ESIS अस्पतालों में स्पेशलिस्ट/सुपर स्पेशलिस्ट की सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
किस राज्य को किस जिले में मिलेगा लाभ
ESI कॉरपोरेशन ने देश भर में 100 बेड वाले 23 नए अस्पतालों की स्थापना करने का निर्णय लिया है। महाराष्ट्र में छह अस्पताल पालघर, सतारा, पेन, जलगांव, चाकन एवं पनवेल में, हरियाणा में चार अस्पताल हिसार, सोनीपत, अंबाला एवं रोहतक, तमिलनाडु (चेंगलपट्टु तथा इरोड में), उत्तर प्रदेश (मुरादाबाद एवं गोरखपुर) तथा कर्नाटक (तुमकुर एवं उडुपी) में दो-दो अस्पताल, आंध्र प्रदेश (नेल्लोर), छत्तीसगढ़ (बिलासपुर), गोवा (मडगांव गोवा), गुजरात (सणद), मध्य प्रदेश (जबलपुर), ओडिशा (झारसुगुडा) तथा पश्चिम बंगाल (खड़कपुर) में ESIC द्वारा एक-एक अस्पतालों की स्थापना की जाएगी। इन अस्पतालों के अतिरिक्त, 62 स्थानों पर 5 डॉक्टर की डिस्पेंसरियां भी खोली जाएंगी। महाराष्ट्र में 48 डिस्पेंसरियां, दिल्ली तथा हरियाणा में 2 डिस्पेंसरियां खोली जाएंगी। ये अस्पताल एवं डिस्पेंसरियां बीमित कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को उनके आवास के आसपास के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल सेवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगी तथा ग्राहकों को संतुष्टि भी प्रदान करेंगी।
क्या है ईएसआई स्कीम
बता दे कि ईएसआई स्कीम एक हेल्थ स्कीम है जिसमें 21,000 रुपये तक सैलरी पाने वाले संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है, वही इसके अंतर्गत प्राइवेट नौकरी करने वाले, फैक्ट्री और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारी या श्रमिक आते हैं।इसमें ड्यूटी के दौरान अगर कोई कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो जाए तो उसे स्वास्थ्य सुविधा दी जाती है सात ही परिवार को भी इसका लाभ मिलता है।वर्तमान में ईएसआई स्कीम 443 जिलों में पूरी तरह एवं 153 जिलों में आंशिक रूप से कार्यान्वित है जबकि 148 जिले ऐसे हैं जो ईएसआई स्कीम के तहत कवर नहीं किए गए हैं।