साल में सिर्फ एक बार दिवाली के मौके पर खुलता है हसनंबा मंदिर, 800 साल पुराना है इतिहास, चिट्ठियां लिखकर मांगी जाती हैं मन्नतें

Sanjucta Pandit
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Hasanamba Temple Karnataka : हमारे देश में मंदिरों की कमी नहीं है और हर मंदिर के अपने अलग ही रहस्य होते हैं। ऐसी ही एक मंदिर के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं जो कि कर्नाटक राज्य में स्थित है। जिसका कपाट भक्तों के दर्शन के लिए साल में सिर्फ एक बार ही खोले जाते हैं, जिसे देखने और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भारतवर्ष से श्रद्धालु वहां पहुँचते हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर का इतिहास 800 साल से ज्यादा पुराना है। आइए जानें विस्तार से यहां…

12वीं शताब्दी में किया गया निर्माण

दरअसल, इस मंदिर का हसनंबा नाम है। जिसका निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था जो कि अब 823 साल पुराना हो चुका है। इस मंदिर को दीवाली के एक सप्ताह पहले खोल दिया जाता है। बता दें कि इस मंदिर में माँ योगेश्वरी देवी की पूजा की जाती है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि माता के कपाट खुलते ही चमत्कारी घटनाएं होने लगती है। इस टेम्पल में 3 द्वार है, जिसका मुख्य मीनार द्रविड़ शैली में बनाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि इसे होयसल वंश के। राजाओं द्वारा बनवाया गया था।

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।