दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। सबको अपनी कॉमेडी से हंसाने वाले राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastava) का दिल्ली के AIIMS अस्पताल में निधन हो गया है। बता दें कि राजू श्रीवास्तव 10 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे। दरअसल 10 अगस्त को राजू को दिल का दौरा पड़ा था और तब से ही उनकी तबीयत में उतार-चढ़ाव जारी था और लगभग 40 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन, आज 21 सितंबर के दिन उन्होंने अंतिम सांस ली। तो चलिए बताते हैं आपको कॉमेडियन के जीनव के बारे में।
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सबसे पहले आपको बता दें कि राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की उद्योग नगरी कानपुर में हुआ था। राजू बचपन से ही सबको हसाने में माहिर थे। वो बहुत बड़े कॉमेडियन बनना चाहते थे। दरअसल, अपने स्कूल में भी वह अपने शिक्षकों की नकल कर सबको हंसाया करते थे। बता दें कि राजू किसी की भी नकल उतारने में माहिर थे। इसके अलावा राजू अपनी नॉन-स्टॉप कॉमेडी के लिए प्रचलित थे।
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राजू श्रीवास्तव ने साल 1993 में फिल्मी दुनिया में कदम रखा। जहां उन्होंने कई सारी फिल्मों में बतौर कॉमेडियन काम किया और उन्हें सफलता भी मिली। बता दें कि राजू कल्यानजी आनंदजी, बप्पी लाहिड़ी जैसे कलाकारों के साथ काम किया । राजू केवल भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी कला बिखेरे हुए थे। दरअसल, राजू ने महानायक अभिताभ बच्चन की नकल करने से प्रसिद्धि मिली थी। अपने करियर के दौरान राजू ने मोस्ट पोपुलर शो शक्तिमान का भी अहम हिस्सा रह चुके थे। इसके अलावा रियालिटि शो ‘Bigg Boss’ के सीजन 3, नच बलिये में अपनी पत्नी के साथ शो में हिस्सा ले चुके थे। केवल इतना ही नहीं राजू को पाकिस्तान की ओर से धमकी भरे फोन भी आते थे। क्योंकि वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तान को लेकर मजाक करते थे। जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से उन्हें चेतावनी दी गई कि, वे मजाक न करें नहीं तो नतीजा अच्छा नहीं होगा।
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बता दें कि राजू मुख्यत: रोजमर्रा या दैनिक जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं पर व्यंग सुनाने के लिए जाने जाते थे। इन सबसे हटकर राजू ने राजनीति में भी अपने भाग्य को आजमाया था। दरअसल, समाजवादी पार्टी ने साल 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए कानपुर से मैदान में उतारा था। लेकिन 11 मार्च 2014 को उन्होंने टिकट वापस कर दिया था। जिसकी वजह उन्होंने बताई थी कि, उन्हें पार्टी पूरी तरह से समर्थन नहीं कर रही है. जिसके बाद उन्होंने मौके की नजाकत को देखते हुए 19 मार्च 2014 को ही भाजपा का दामन थाम लिया था। जिसके बाद वो काफी सुर्खियों में भी बने हुए थे।
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