Farmers News/Modi Cabinet Decision : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त से पहले केन्द्र की मोदी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। मोदी सरकार ने फैसला लिया है कि किसानों को खाद में सब्सिडी मिलती रहेगी और यूरिया की भी कीमत नहीं बढ़ेगी।
कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उछाल के बीच रबी सत्र के लिए पीएंडके उर्वरकों पर 22,303 करोड़ रुपये की सब्सिडी मंजूर की। वैश्विक स्तर पर कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद किसानों को डीएपी पुराने 1,350 रुपये प्रति बैग के मूल्य पर मिलता रहेगा। केद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि सब्सिडी देकर इसे बरकरार रखने का फैसला लिया है, यूरिया की कीमत नहीं बढ़ेगी। इन उर्वरकों की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करने और रबी सीजन 2023-24 के लिए उर्वरकों पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
यूरिया की कीमत नहीं बढ़ेगी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक में किसान हितैषी सरकार ने निर्णय लिया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती हुई खादों की कीमतों का प्रभाव किसानों पर नहीं पड़ने दिया जाएगा। रबी सीजन के लिए 1 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च 2024 तक सब्सिडी इस प्रकार होगी आगामी रवि मौसम जो कि 2023-24 का है उसके लिए नाइट्रोजन के लिए 47.2 रुपए प्रति किलो, फॉस्फोरस के लिए 20.42 रुपए प्रति किलो, पोटाश के लिए 2.38 रुपए प्रति किलो और सल्फर के लिए 1.89 रुपए प्रति किलो सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके लिए कुल 22,303 करोड़ रुपए का वय अनुमानित है। डीएपी पर सब्सिडी 4500 रुपये प्रति टन जारी रहेगी। डीएपी पुरानी दर के अनुसार 1350 रुपये प्रति बोरी मिलेगी।एनपीके 1470 रुपये प्रति बोरी की कीमत पर मिलेगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 15वीं किस्त पर अपडेट
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केन्द्र सरकार की किसानों के लिए एक बड़ी योजना है। इस योजना में किसानों को सालाना 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि हर 4 माह में 3 किस्तों में मिलती है। हर किस्त में किसान को 2,000 रुपये की राशि दी जाती है। इस योजना में मिलने वाली राशि किसानों के अकाउंट में डायरेक्ट जमा होती है। पीएम किसान योजना के नियमानुसार, पहली किस्त अप्रैल-जुलाई के बीच , दूसरी अगस्त से नवंबर के बीच और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच दी जाती है, ऐसे में संभावना है कि नंवबर के पहले सप्ताह में अगली किस्त के 2000 रुपए किसानों के खाते में भेजे जा सकते है। हालांकि किस्त की फाइनल डेट की अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।