बोतल में पेट्रोल, यात्रा पर चौतरफा हमला और क्या-क्या थी नूंह के दंगाइयों की योजना, क्या कहा कुबूलनामे में, पढ़ें

Diksha Bhanupriy
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Nuh violence

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सरकार द्वारा इस मामले में लगातार गुनाहगारों पर एक्शन लिया जा रहा है और हिंसा में शामिल आरोपियों की खोजबीन जारी है। अब तक राजस्थान से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से चार भरतपुर में मिले हैं। इस हिंसा से जुड़ी जो खबरें सामने आ रही है उसके मुताबिक साजिश के कनेक्शन राजस्थान से जुड़े हुए हैं, दंगे की आउटसोर्सिंग होने की खबरें भी सामने आ रही है।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपियों ने हिंसा को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। जानकारी के मुताबिक इसकी योजना 10 दिन पहले ही बना ली गई थी और घटना को किस तरह से अंजाम देना है सब कुछ पहले ही तय हो चुका था। आरोपियों ने अपने कबूलनामे में क्या-क्या कहा है चलिए आपको बताते हैं।

आरोपियों का कबूलनामा

पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने हिंसा की घटना को लेकर कई खुलासे किए हैं। जानकारी के मुताबिक यह घटना सुनियोजित तरीके से अंजाम तक पहुंचाई गई। जिसकी योजना 10 दिन पहले ही बना ली गई थी। हिंदू संगठन की शोभायात्रा पर चौतरफा हमला करने की साजिश रची गई थी और यह सब कुछ जुनैद और नासिर की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था।

इस हिंसा से जितने भी आरोपी जुड़े हुए हैं उन्हें सुनियोजित ढंग से अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बोतल में पेट्रोल भरकर लाने की योजना के साथ कुछ लोगों को पत्थर जुटाने को कहा गया था और उसके बाद हिंसा की ये घटना हुई।

फ्रॉड के सबूत मिटाने की योजना

नूंह हिंसा से जुड़ी सामने आ रही खबरों के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि इस हमले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने की भी एक अहम वजह थी। जानकारी के मुताबिक अप्रैल के महीने में पुलिस द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी में 100 करोड़ की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ था। इसमें कई तरह के सबूत जुटाए गए थे और साइबर अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसी मामले से जुड़े दस्तावेज और सबूत मिटाने के लिए नूंह हिंसा की आड़ में उपद्रवियों ने इस करतूत को अंजाम दिया।

सरकार का सख्त एक्शन

नूंह में हुई इस घटना को लेकर खट्टर सरकार अब लगातार एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। दंगाइयों की धरपकड़ जारी है और अब तक कुल 8 गिरफ्तारियां की जा चुकी है। इनमें से चार को राजस्थान के भरतपुर और बाकियों को अलग-अलग जगहों से पकड़ा गया है। अब तक कोई 104 एफआईआर दर्ज हुई है और 224 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। 80 आरोपी ऐसे हैं जो डिटेंशन सेंटर में रखे गए हैं।

नूंह के शिव मंदिर और उसके आसपास फैली हिंसा के मामले में 56 एफआईआर दर्ज हुई है जिसके आधार पर 145 लोग गिरफ्तार हुए हैं। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले 10 लोगों पर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। वहीं बुलडोजर की मदद से दंगाइयों के घर तोड़े जा रहे हैं। शिव मंदिर के आसपास की जमीन से कब्जा भी हटाया जा रहा है।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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