मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। मुम्बई पुलिस की सोशल सर्विस टीम ने अंधेरी स्थित दीपाबार पर छापा मारा कार्रवाई की। और पुलिस ने तहखाने के अंदर से 17 लड़कियों को बाहर निकाल कर अपनी हिरासत में ले लिया है। यह सभी बार बालाएं बताई जा रही हैं। इनमें से कइयों की उम्र बहुत कम है। जिस तहखाने का पता पुलिस को चला है, उसमें खड़ा हो पाना भी मुश्किल था।
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वहीं छापेमारी के दौरान, बार में इन लड़कियों को एक गुप्त तहखाने के अंदर पाया गया, जिसका रास्ता मेकअप रूम की दीवार में लगे शीशे के पीछे से जाता था। इसमें ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक डोर लगे थे। तहखाने के अंदर एक AC भी लगा था। उसके अंदर बिस्तर भी लगे हुए थे। पुलिस की सोशल सर्विस टीम को जिस्मफरोशी का शक था, जिसकी शिकायत एक एनजीओ द्वारा कराई गई थी।

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ज्ञातव्य हैं कि मुंबई में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत सभी डांस बार को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद भी यह धड़ल्ले से चल रहा था। पुलिस टीम को यह भी जानकारी मिली है कि यहां हर दिन सैकड़ों लोग आते जाते थे और डांस के दौरान इन बार बालाओं पर रुपए लुटाते थे। पुलिस की रेड से बचने के लिए ही ऐसे तहखाने का निर्माण किया गया था। सूत्रों की मानें तो यह बार तब भी चल रहा था, जब देश में कोरोना के प्रतिबंध लगे हुए थे।
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हम आपको बता दें कि बार में डांसर्स होने की पुख्ता सूचना के बाद देर रात हुई रेड में बाथरूम, स्टोरेज रूम, किचन हर जगह छापा मारा गया, लेकिन पुलिस टीम के हाथ कुछ नहीं लगा। बार के मैनेजर, कैशियर, वेटर सबसे घंटों पूछताछ हुई, लेकिन बार में डांसर होने की बात को वे खारिज करते रहे। तभी अधिकारियों की नजर एक जररूत से बड़े कांच पर पड़ी। कांच को बारिकी से देखा गया तो अंदर कुछ होने का आभास हुआ। कांच और उसके पीछे की दीवार को तोड़ा गया, तो इसमें कुल 17 बार डांसर को छुपा कर रखा गया था। इसके बाद तहखाने से एक के बाद एक बार डांसर्स के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ। इस तहखाने में जाने का रास्ता एक ऑटोमेटिक डोर से था।