Aditya Daan Rajyog : हर व्यक्ति की कुंडली में राजयोग का सुख नहीं होता है। दरअसल, राजयोग जिस भी व्यक्ति की कुंडली में होता है। उसे व्यक्ति का जीवन परेशानियों से मुक्त रहता है। उसे व्यक्ति को जीवन में शान-शौकत के साथ भरपूर धन लाभ होता है। लेकिन जिन जातकों की कुंडली में राजयोग नहीं होता है। उन जातकों को जीवन में काफी ज्यादा संघर्ष करना पड़ते हैं।
इतना ही नहीं आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए भी कई तरह के उपाय करने पड़ते हैं। लेकिन उसके बाद भी उन्हें कोई फायदा देखने को नहीं मिलता है। अगर आप भी अपनी कुंडली में राजयोग लाना चाहते हैं और अपने जीवन को सफल बनाने के साथ-साथ आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिसको करने से राज्यों का सुख मिलता है।
जी हां सनातन धर्म में कोई भी काम बिना दान पूर्ण के पूरा नहीं माना जाता है। ठीक उसी तरह सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आदित्य मंडल दान किया जाता है। यह दान बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दान को करने से कुंडली में राजयोग पैदा हो सकता है।
कहा जाता है कि ग्रह नक्षत्र का हर व्यक्ति के जीवन पर काफी ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है। हर ग्रह का अलग महत्व माना जाता है। कोई ग्रह व्यक्ति को शुभ परिणाम देता है तो कोई अशोक परिणाम भी देता है। ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर काफी ज्यादा गहरा प्रभाव और अहम भूमिका देखने को मिलती है। इसी में से सबसे ज्यादा सूर्य ग्रह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है।
दरअसल सूर्य ग्रह को नवग्रह का राजा माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है तो उसे व्यक्ति के पास कभी भी धन-धान्य और सुख समृद्धि की कमी नहीं होती है। उसे व्यक्ति का जीवन सफल होता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के जीवन में सूर्य कमजोर होता है, तो उसे काफी ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ती है। आज हम आपको सूर्य देव से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो राजयोग जैसा सुख दिलवा सकते हैं, तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में –
Aditya Daan से करें सूर्य देव को प्रसन्न
आदित्य मंडल दान करने से व्यक्ति पर सूर्य देव की कृपा बनी रहती है। इस दान की वजह से कुंडली में मौजूद सभी दोष दूर होते हैं। ये दान बहुत पुण्यदायी माना गया है। इसे करने से सूर्य देव जातकों से प्रसन्न होकर उन्हें राजयोग जैसा सुख देते हैं।
ऐसे करें आदित्य मंडल दान
सबसे पहले जौ में गुड़ और गाय का घी मिलाकर आदित्य मंडल के आकार का पुआ बना दे। उसके बाद सूर्यदेव की उपासना करते हुए लाल चंदन से मंडप बनाकर इसके ऊपर सूर्य मंडल के आकार का पुआ रख दे। उसके बाद सूर्य की पूजा करें और फिर ब्राह्मणों को बुलाकर उन्हें लाल रंग के वस्त्र, दक्षिणा और सूर्य मंडल का दान करें। ये करते वक्त आपको ‘आदित्यतेजसोत्पन्नं राजतं विधिनिर्मितम्। श्रेयसे मम विप्र त्वं प्रतिगृहेणदमुत्तमम्’ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपको राजयोग का सुख प्राप्त होगा।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।