Navpancham Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, कुंडली और नक्षत्र का बड़ा महत्व माना जाता है। हर महीने कोई ना कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, ऐसे में ग्रहों की चाल और नक्षत्र के स्वभाव पर विशेष ध्यान रखा जाता है, खास करके जब न्याय और दंड के देवता शनि और ग्रहों के राजा सूर्य चाल बदलते है, क्योंकि शनि, सूर्य देव के पुत्र हैं और दोनों के बीच शत्रुता का भाव है।वर्तमान में शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान है ।
ज्योतिष के मुताबिक, पिता-पुत्र का संबंध होने के बाद भी सूर्य शनि एक-दूसरे के शत्रु ग्रह हैं, हालांकि इस बार ये दोनों मिलकर नवंपचम राजयोग बना रहे है, क्योंकि 17 अक्टूबर को सूर्य ने तुला राशि में प्रवेश किया है, जबकि शनि पहले से ही इस राशि के पांचवे भाव में विराजमान हैं, ऐसे में सूर्य और शनि मिलकर नवपंचम राजयोग का निर्माण कर रहे हैं, जो नवंबर तक बना रहेगा, क्योंकि इसके बाद सूर्य राशि परिवर्तन करेंगे।आईए जानते है यह राजयोग किन राशियों के लिए लकी साबित होगा….
Navpancham Rajyog इन राशियों के लिए लकी
तुला राशि: जातकों के लिए नवपंचम राजयोग लकी साबित हो सकता है। सेहत अच्छी रहेगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। करियर में तरक्की और बिजनेस के क्षेत्र में कोई बड़ा प्रोजेक्ट या फिर आर्डर मिल सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। लंबे समय से रुके और अटके काम पूरे हो सकते हैं।कई क्षेत्रों में सफलता हासिल कर सकते हैं। पैसों की तंगी से अब निजात मिल सकती है। इसके साथ ही आपको खूब धन कमाने में सफल हो सकते है।
मेष राशि : नवपंचम राजयोग जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। हर क्षेत्र में सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है। करियर के क्षेत्र में भी लाभ मिलने के पूरे योग हैं।आय क नए स्त्रोत खुलेंगे, जिससे आपको खूब लाभ मिलने वाला है।पार्टनर के साथ भी अच्छा समय बिताने के लिए मिलेगा।भाग्य का साथ मिलेगा। सेहत अच्छी रहने वाली है। कुल मिलाकर, यह समय आपकी राशि के लिए सुखद और लाभकारी होगा।
वृषभ राशि: नवपंचम राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। नौकरीपेशा के लिए समय अनुकूल रहेगा, प्रमोशन और इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति में पहले से अधिक सुधार देखने को मिलेगा।करियर में तरक्की के प्रबल योग है। जातकों को उनके द्वारा किए गए कामों में सफलता हासिल हो सकती है। कोई बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। लव लाइफ और आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
कुंडली में कब बनता है नवपंचम राजयोग
नवपंचम राजयोग तब बनता है जब दो ग्रह एक दूसरे से त्रिकोण भाव में स्थित हो जाते हैं, दोनों ग्रहों के बीच 120 डिग्री का कोण बनता है तथा एक ही तत्व राशि होती है। जैसै मेष, सिंह, धनु को अग्नि राशि, वृषभ, कन्या, मकर को पृथ्वी राशि, मिथुन, तुला, कुंभ को वायु राशि और कर्क वृश्चिक मीन को जल राशि माना जाता है, ऐसे में जब एक ही तत्व वाली दो राशियों में दो ग्रह पहुंचकर 120 डिग्री का कोण, जिसे नक्षत्र के द्वारा भी जान सकते हैं, बना दे तो नवपंचम राजयोग बनता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)