धर्म, डेस्क रिपोर्ट। दिवाली (Diwali 2022) का त्यौहार आने वाला है। इस बार दिवाली 24 अक्टूबर के दिन मनाई जा रही है। इस दिन दो तिथियों का शुभ संयोग बन रहा है। जी हां, दिवाली के दिन चतुर्दशी और अमावस्या तिथि पड़ रही है जिससे शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। ये शुभ संयोग लोगों के जीवन में खुशियां लाने वाला है। क्योंकि दिवाली के दिन शनि एवं गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि में रहेंगे इस वजह से इन संयोग का निर्माण हो रहा है। इस वजह से लोगों की आर्थिक तंगी दूर होगी साथ ही धन धान्य से कमी नहीं होगी।
महालक्ष्मी पूजन –
दिवाली की महालक्ष्मी पूजन 24 अक्टूबर के दिन की जाने वाली है। इस दिन शाम 4 बजकर 34 मिनिट से अमावस्या तिथि लग जाएगी। ये तिथि 25 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 4 मिनिट तक रहने वाली है। उसके बाद शाम को प्रदोष काल लगने वाला है। उससे पहले ही अमावस्या खत्म हो जाएगी। इसलिए 25 को दिवाली का त्यौहार नहीं मनाया जाएगा। 24 अक्टूबर के दिन ही दिवाली का त्यौहार मनाया जाने वाला है।
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अन्नकूट गोवर्धन पूजन –
दिवाली के बाद गोवर्धन पूजन और अन्नकूट महोत्सव बेहद खास माना जाता है। इस दिन लोग श्रद्धा के साथ गोवर्धन पूजा करते हैं। इस बार ये पूजन में कुछ ऐसे संयोग बन रहे है जिसमें शायद ही गोवेर्धन पूजा मनाई जाए। क्योंकि दिवाली के अगले दिन इस बार ग्रहण है इस वजह से दिवाली के अगले दिन ये पूजन नहीं की जाएगी। ऐसे में कई सालों से चली आ रही परंपरा इस बार टूट जाएगी। इस लिए 26 अक्टूबर के दिन गोवेर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा।