Gita Updesh : बच्चों को बचपन से ही श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ पढ़ाया जाता है जोकि सनातन धर्म में महत्वपूर्ण ग्रंथ माना गया है। इसमें मोक्ष की प्राप्ति के बहुत से मार्ग बताए गए हैं, जिन्हें अपनाने वाला हर एक व्यक्ति अच्छा और सच्चा इंसान बनता है। दरअसल, यह ग्रंथ भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच हुए संवाद का विस्तृत वर्णन है। इसमें कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक है, जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया था लेकिन लोगों की सुविधाओं को देखते हुए अब इसे बहुत सी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। बता दें कि कुरुक्षेत्र की रणभूमि में अर्जुन अपनों के खिलाफ शस्त्र उठाने में संकोच कर रहे थे। तब उन्होंने कृष्ण को मन में चल रही दुविधाएं बताई, जिसे खत्म करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें गीता उपदेश दिया था। जिसमें उन्होंने जीवन के पूरे रहस्यों को बताया और विश्व रूप को प्रकट कर उनकी दुविधाओं को खत्म किया। अंत में पांडवों को कौरवों पर जीत हासिल हुई थी। इस ग्रंथ में कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग के बारे में संपूर्ण शिक्षा मिलती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको खुश होने के पांच नियम बताएंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…
Continue Reading
खुशी के 5 नियम
भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, इंसान को खुश रहने के लिए किसी से नफरत नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें सबसे प्रेम भाव रखना चाहिए। जो इंसान सबके प्रति प्रेम भाव रखता है। वह जीवन में हमेशा खुश रहता है, उनसे हर देवी-देवता भी प्रसन्न रहते हैं और उनकी कृपा हर वक्त उनपर बनी रहती है। जिस कारण ऐसा व्यक्ति कभी भी दुखी नहीं होता।
भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, कभी भी खुद की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए बल्कि आप जो है आप सर्वश्रेष्ठ है। दूसरों से खुद की तुलना करने वाले लोग कभी भी सुखी नहीं रह सकते। इसलिए कभी भी भूलकर यह गलती ना करें।
गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने यह बताया है कि कभी भी किसी व्यक्ति से उम्मीद नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि यह जब टूटता है तो इंसान बिखर जाता है। इसलिए किसी से भी किसी भी बात के लिए उम्मीद ना रखें। यह खुश रहने के महत्वपूर्ण नियमों में शामिल है, जो लोग दूसरों से उम्मीद लगा कर बैठते हैं, वह अक्सर दुखी रहते हैं।
गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने यह बताया है कि इंसान को कभी भी अपने भूतकाल के बारे में नहीं सोचना चाहिए, क्योंकि ऐसे में उनकी सोच नकारात्मक हो जाती है और वह जीवन में अपने भविष्य को बेहतर नहीं बना पाए। इसलिए हमेशा वर्तमान में जीने की कोशिश करें। वर्तमान में होने वाली हर एक चीज को इंजॉय करें। इसलिए आप हमेशा खुश रहेंगे, क्योंकि अतीत और भविष्य समय के साथ चलता ही रहेगा। उसपर आपकी सोच का कोई असर नहीं पढ़ने वाला।
भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, अपनी कठिनाइयों की शिकायत किसी से भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह आपकी अपनी समस्या है। आपको अपने दिमाग और बुद्धि का प्रयोग करते हुए हर समस्या का समाधान निकालना चाहिए। इस तरह आप हमेशा जिंदगी में खुश रहेंगे।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)
मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।
पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।