Home Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। घर के निर्माण से लेकर घर की किसी वस्तु को किस दिशा में रखना चाहिए सभी चीजों के लिए वास्तु शास्त्र में कई नियम बताए गए हैं। जब हम वास्तु शास्त्र का नियम नहीं करते हैं तो वास्तु दोष का हमें सामना करना पड़ता है। वास्तु दोष की वजह से व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई वास्तु दोष ऐसे भी होते हैं जो व्यक्ति को कंगाल बना देते हैं। अगर आपकी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन कमजोर होती जा रही है या आपके सर पर अधिक कर्ज का बोझ है तो हो सकता है आपके घर में यह वास्तु दोष हो। आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे कि किस दिशा में क्या वास्तु दोष होता है और उसका क्या निवारण है, तो चलिए जानते हैं।
दिशा अनुसार क्या वास्तु दोष होता है
उत्तर-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष
उत्तर-पश्चिम दिशा को कुबेर देवता का स्थान माना जाता है। जब इस दिशा में वास्तु दोष होता है तो घर में धन की कमी होती है और व्यक्ति को कर्ज लेना पड़ सकता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा में वास्तु दोष
दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्निकोण कहा जाता है। इस दिशा में वास्तु दोष होने से खर्चों में वृद्धि होती है जिससे कर्ज चुकाना मुश्किल हो जाता है।
ईशान कोण में वास्तु दोष
ईशान कोण को भगवान शिव का स्थान माना गया है। इस दिशा में वास्तु दोष होने से व्यक्ति शेयर मार्केट, जुआ, सट्टा, लॉटरी आदि के चक्कर में पड़कर कर्ज में फंस सकता है।
उत्तर-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष को कैसे दूर करें
इस दिशा में भूलकर भी भारी वस्तु या मशीनरी नहीं रखनी चाहिए। इस दिशा में एक लाल रंग की रोशनी जलाना चाहिए। इस दिशा में तांबे का बर्तन रखे और उसमें पानी भरकर रखें।
दक्षिण-पूर्व दिशा में वास्तु दोष को कैसे दूर करें
इस दिशा में कोई भी नुकीली वस्तु न रखें। इस दिशा में एक कटोरी में चावल भरकर रखें। साथ ही साथ इस दिशा में तुलसी का पौधा जरूर लगाएं।
ईशान कोण में वास्तु दोष को कैसे दूर करें
इस दिशा में एक लकड़ी का मंदिर रखें। इस दिशा में एक गणेश जी की मूर्ति रखें। साथ ही साथ एक मोर पंख भी रखें।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न धार्मिक स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों के आधार पर लिखा गया है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)