इन 4 कार्यों को बिना शुभ मुहूर्त नहीं करना चाहिए शुरू, मुसीबतों से घिर जाता है जीवन, जानें वजह

Published on -
Shubh muhurat

Shubh muhurat : धर्म शास्त्रों में शुभ कार्यों की शुरुआत मुहूर्त के हिसाब से ही जाना सही मानी गई है। बिना शुभ मुहूर्त अच्छे कार्य की शुरुआत नहीं की जाती है। अगर कर ली जाती है तो जीवन कई सारी मुसीबतों से घिर जाता है। आप सभी ने भी इसके बारे में जरूर सुना होता। दरअसल, शुभ मुहूर्त में ही शुभ कार्य करने की परंपरा सालों से चली आ रही है। ऐसे में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग मुहूर्त निर्धारित है।

उन मुहूर्त में कार्य किए जाते हैं तो कार्यों की सफलता बढ़ जाती है और जीवन खुशियों से भर जाता है। लेकिन अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो धन हानि से लेकर तमाम समस्याओं में जीवन गुजरना पड़ता है। आज हम आपको 4 ऐसे कार्यों के बारे में बताने जा रह हैं जिनकी शुरुआत शुभ मुहूर्त में ही की जानी चाहिए अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो काफी दिक्कतें जीवन भर देखने को मिलती है। चलिए जानते हैं वो कौन से शुभ कार्य है-

इन 4 शुभ कार्यों की शुरुआत मुहूर्त में होना माना जाता है शुभ

बच्चे का नामकरण

बच्चे का नामकरण हमेशा शुभ मुहूर्त में ही किया जाना चाहिए। इसके लिए महीने ही कुछ तिथियां शुभ मानी जाती है। 2, 3, 7, 10, 11 व 13 तिथि शुभ होती है। साथ ही सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार का दिन भी अत्यंत शुभ माना जाता है। अगर आप शुभ नक्षत्र तलाश रहे हैं तो अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तरा, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा और रेवती शुभ माने जाते हैं इनमें आप बच्चों का नामकरण कर सकते हैं।

घर के लिए नींव खोदना

किसी भी चीज के लिए नींव खोदने से पहले हमेशा शुभ मुहूर्त देखना चाहिए और ये कार्य उसे में किया जाना चाहिए तो ही इसका फल प्राप्त होता है। वैसे तो नींव खोदने के लिए शुभ तिथियां 2, 3, 5, 7, 10, 11, 12, 13 व पूर्णिमा मानी गई है। साथ ही सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार भी इसके लिए शुभ साबित होते हैं। अगर नक्षत्र की बात करें तो अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, तीनों प्रकार के उत्तरा, हस्त, श्रवण, रेवती नक्षत्र इसके लिए शुभ माने जाते हैं।

गृह निर्माण

गृह निर्माण के लिए शुभ मुहूर्त देखना बेहद जरुरी माना जाता है। ज्योतिषों की माने तो अगर गृह निर्माण करवा रहे हैं तो सूर्य, चंद्र, गुरु व शुक्र ग्रह नीच के नहीं होना चाहिए साथ ही शुक्ल पक्ष में गृहारंभ मंगलकारी और कृष्ण पक्ष में कभी नहीं करवाना चाहिए ये अशुभ साबित होता है। इसके अलावा मगलवार और रविवार के दिन इसकी शुरुआत नहीं की जानी चाहिए।

गृह प्रवेश

गृह प्रवेश से पहले भी शुभ मुहूर्त देखना बेहद जरुरी माना गया है। शुभ मुहूर्त में अगर गृह प्रवेश किया जाता है तो जीवन खुशहाल बना रहता है। आपको बता दे, गृह प्रवेश के दौरान इस बात का ध्यान रखना है कि सूर्य उत्तरायण, शुक्र और गुरु अस्त न हो, सूर्य चंद्रमा में ग्रह न लगा हो तभी प्रवेश किया जाना चाहिए। इसके लिए शुभ तिथियां 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13 व पूर्णिमा मानी गई है। सोमवार, बुधवार, शुक्रवार व शनिवार का दिन अत्यंत शुभ साबित होता है। नक्षत्र की बात करें तो अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, तीनों उत्तरा, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा और रेवती शुभ माने गए हैं।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News