ITR Fraud: टैक्सपेयर्स सावधान! इनकम टैक्स रिफंड के नाम पर हो रही ठगी, छोटी-सी गलती कर देगी कंगाल, ऐसे करें बचाव

Manisha Kumari Pandey
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Income Tax Refund Fraud: धोखाधड़ी के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। तकनीकी विकास काफी तेज रफ्तार से हो रहा है। स्कैमर्स भी नए-नए तरीके ढूंढ कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। अब इनकम टैक्स रिफंड के नाम पर ठगी (ITR Fraud) का मामला सामने आया है। बता दें कि 31 जुलाई को आईटीआर भरने की अंतिम तारीख थी। हालांकि अब भी फाइन के साथ प्रक्रिया जारी है।

स्कैम का नया तरीका

दरअसल, स्कैमर्स करदाताओं को इनकम टैक्स रिफंड का झांसा देकर उन्हें चूना लगा रहे हैं। इन दिनों एक मैसेज वायरल हो रहा है, जो दावा करता है कि, “आपको 15,490 रुपये के इनकम टैक्स रिफंड की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। यह रकम आपके बैंक अकाउंट नंबर 5xxxxx6755 में जमा की जाएगी। यदि यह सही नहीं है तो प्लीज नीचे दिए गए लिंक पर जाकर आपके बैंक खाते की जानकारी अपडेट करें।” PIB फ़ैक्ट चेक इन मैसेज को फेक बताया है।

पीआईबी ने बताया फेक

पीआईबी फ़ैक्ट चेक के अनुसार आयकर विभाग टैक्सपेयर्स को ऐसे मैसेज नहीं भेजता। यदि ऐसे में कोई व्यक्ति किसी भी अनजान लिंक पर बैंक की जानकारी दर्ज करता है, तो वह फ्रॉड का शिकार बन सकता है। यह एक तरह की फिशिंग हो सकती है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बैंकिंग जानकारियों के लिए कोई मेल नहीं भेजता।

ऐसे करें बचाव

  • किसी भी अनजान सोर्स से आए मेल या मैसेज में दिए गए लिंक को न खोलें।
  • गलती से लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक करने के बाद बैंकिंग डीटेल दर्ज करने से बचें।
  • किसी भी संदिग्ध मैसेज के लिंक को कट करके ब्राउजर पर पेस्ट न करें।
  • यदि आपको ऐसा कोई भी मैसेज या मिल मिलता है तो फौरन webmanager@incometax.gov.in पर जाकर शिकायत दर्ज करें।

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