कहीं आप भी तो नहीं कर रहे गलती, जाने कितना सुरक्षित है आपका डाटा

Amit Sengar
Published on -
cyber crime

टेक्नोलॉजी,डेस्क रिपोर्ट। डेटा सुरक्षित (Data Safe) रखने को लेकर हम सावधान रहने की कोशिश करते है इसके बावजूद कुछ गलतियां हो ही जाती है। कुछ छोटी-छोटी चूक भी हो जाती है जिनके बारे में हम भी आपको सजग करना चाहते है। आज हर कोई व्यक्ति इंटरनेट का इस्तेमाल पैसों के लेनदेन के लिए कर रहे हो या मनोरंजन के लिए, दोनों ही सूरतो मैं डेटा सुरक्षित रखना जरूरी है। आप अपनी जानकारी के मुताबिक हम उन सभी बातों का ख्याल रखते हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक हैं। सॉफ्टवेयर अपडेट रखते हैं टू स्टेप वेरीफिकेशन रखते हैं पासवर्ड मजबूत रखते हैं और एंटीवायरस की ओर से भी निश्चिंतता बरतते हैं कुछ जरूरी पहलू और हैं जिनके बारे में आप जाने तो बेहतर हैं-

पिन लॉक या फिंगरप्रिंट
मोबाइल को लॉक करने के लिए तीन विकल्प होते हैं पैटर्न, पिन लॉक और फिंगरप्रिंट लॉक। पैटर्न ज्यादातर सभी इस्तेमाल करते हैं लेकिन मोबाइल के लिए याद सुरक्षित नहीं है फोन को लॉक करने के लिए हमेशा पिन लॉक या फिर फिंगरप्रिंट लॉक का इस्तेमाल करें। इसी तरह लैपटॉप के लिए भी बिना फिंगरप्रिंट लॉक का इस्तेमाल करें।

यह भी पढ़े… UPSC CMS 2022: युवाओं के लिए नौकरी का सुनहरा मौका, कुल 687 वैकेंसी, जाने अन्य डिटेल्स

लॉगआउट भी करें
आप में से कितने लोग होंगे जो अपने मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउजर पर ईमेल सोशल मीडिया या कोई जरूरी वेबसाइट पर लॉगइन करके लॉगआउट नहीं करते होंगे अगर डाटा सुरक्षित रखना चाहते हैं तो लॉगिन रखना सबसे बड़ी गलती है कोई भी वेबसाइट चाहे वह ब्लॉग ही क्यों ना हो इस्तेमाल करने के बाद लॉगआउट जरूर कर लें।

यह भी पढ़े… MP पंचायत चुनाव पर आए बड़ी अपडेट, 25 अप्रैल तक पूरी होगी प्रक्रिया, CM को सौंपा जाएगा प्रतिवेदन

अकाउंट लिंक है तो…
कई वेबसाइट पर जब लॉगइन करना होता है तो साइन अप करने के बजाय मौजूद लॉगइन जैसे ईमेल या सोशल मीडिया अकाउंट से लिंक करके लॉगइन कर लेते हैं। इस तरह से लॉगिन करके हम ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी दूसरी वेबसाइट के जरिए खतरे में डालते हैं। बेहतर होगा कि नया पासवर्ड बनाकर ही लॉगिन करें। यह भी ध्यान रखें कि जो ई-मेल आईडी बैंक खाते या पैसे की लेनदेन के लिए उपयोग कर रहे हैं उसके इस्तेमाल सोशल मीडिया जैसी वेबसाइट पर ना करें।

यह भी पढ़े… Acid Reflux से हैं परेशान? ये सावधानियां दे सकती हैं आपको राहत

हिस्ट्री साफ करते रहें
ब्राउज़र का इस्तेमाल करने के बाद आप कितनी भी जानकारियां ब्राउज़र हिस्ट्री मैं छोड़ कर चले जाते हैं। केवल वेबसाइट ही नहीं बल्कि पासवर्ड परिवार की जानकारी और अन्य संवेदनशील डाटा भी हिस्ट्री में मौजूद होता है। बेहतर होगा कि दिन में एक बार ब्राउजर हिस्ट्री को डिलीट करें जब आप इसे साफ करेंगे तो हो सकता है कि एक ही वेबसाइट पर आपको बार-बार पासवर्ड डालकर लॉगइन करना पड़े लेकिन इससे आपका डाटा सुरक्षित रहेगा और धीरे-धीरे इसकी आदी हो जाएगी।

यह भी पढ़े… पूजा के सूखे फूलों से घर पर आसानी से बनाए सुगंधित धूप, सिर्फ इन चीजों की होगी जरूरत

पासवर्ड सेव नहीं करें
इसी तरह पासवर्ड डालने के बाद ऊपर ‘सेव पासवर्ड’ का विकल्प आता है उस पर कभी क्लिक ना करें। आप जो पासवर्ड सेव करते जाएंगे ब्राउज़र उन्हें स्टोर करता जाएगा लिहाजा पासवर्ड सेव ना करें इसे ऐसे समझते हैं –

– ब्राउज़र की सेटिंग पर जाएंगे, तो उसमें ऑटोफिल का विकल्प नजर आएगा इसमें पासवर्ड विकल्प पर जाएंगे तो जिन वेबसाइट के पासवर्ड आपको सेव किए हैं उनकी सूची और पासवर्ड वहां भी मौजूद होंगे अगर पासवर्ड देखने के लिए उसके सामने बने आई (eye) चिन्ह पर क्लिक करेंगे, तो विंडोज सुरक्षा के लिए विंडोज पासवर्ड डालने के लिए कहेगा या पासवर्ड किसी अनजान व्यक्ति के पास नहीं होगा इसलिए उसे देख पाना मुमकिन नहीं है, पर जिस वेबसाईट का पासवर्ड सेव करके रखा है, अगर वहा व्यक्ति उसे ब्राउजर पर खोलकर आपका यूजर आईडी डालेगा, तो पासवर्ड खुद- ब – खुद आ जायेगा। (ऑटोफील) । इससे उसके लिए लॉगिन करना आसान होगा।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News