Video : अलग अलग ग्रहों पर किस तरह काम करता है गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत (Newton’s Universal Law of Gravitation) के बारे में तो हम सभी जानते हैं। न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत को प्रतिपादित किया। ब्रह्माण्ड की सभी वस्तुएं एक दूसरे को एक विशेष बल के साथ अपनी तरफ खींचती है। इसी को गुरुत्वाकर्षण कहा गया है। ये प्राकृतिक घटना है और सभी भौतिक वस्तु, ग्रह-उपग्रह, आकाशगंगा पर ये नियम लागू होता है।

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हमने ये बात भी पढ़ी है कि एक-दूसरे से जितनी दूरी बढ़ती जाएगी, गुरुत्वाकर्षण बल कम होता जाएगा। यही वजह है कि आकाश की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद ये कम होता जाता है। और अंतरिक्ष में शून्य हो जाता है। इसे ही ‘भारहीनता’ यानी जीरो ग्रेविटी भी कहते हैं। आकाशगंगा में पृथ्वी सहित पूरा सौर मण्डल है और सौर मंडल में ज्ञात 8 ग्रह, 180 उपग्रह, धूमकेतु, उल्का और क्षुद्रग्रह हैं। प्रत्येक ग्रह पर अलग तरह का गुरुत्वाकर्षण बल काम करता है। आज हम आपको इसी से संबंधित एक वीडियो दिखाने जा रहे हैं।

इस वीडियो में एक कार खड़ी है और उसपर बड़ा सा बक्सा गिरता हुआ दिखाया गया है। अब अलग अलग ग्रहों में इस घटना पर किस तरह का गुरुत्वाकर्षण बल काम करेगा, इस एनिमेशन में ये दर्शाया है। पृथ्वी पर ऐसा हुआ तो कार दब जाएगी और बक्सा उसके ऊपर ठहर जाएगा लेकिन मार्स पर उसका कोण बदल जाएगा। वहीं चांद पर ऐसा होने पर बक्सा उछलकर दूसरी तरफ जा गिरेगा और कार भी उछलकर हल्का चक्कर लेगी और फिर ठहर जाएगी। इसी तरह अन्य ग्रहों के बारे में दिखाया है और जब हम सूर्य तक पहुंचते हैं तो देखते हैं कार पूरी तरह चकनाचूर हो जाती है। ये एक ज्ञानवर्धक वीडियो है और हमें न्यूटन के सिद्धांत को आसानी से समझने में सहायता करता है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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