जमीन पर पालथी मारकर बैठने से सेहत को मिलते हैं ये जबरदस्त फायदे

 जमीन पर पालथी मारकर बैठने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है, जिससे भोजन आसानी से पचता है।

पालथी मारकर बैठने से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है, जिससे शरीर की मुद्रा में सुधार होता है और पीठ दर्द में राहत मिलती है।

इस मुद्रा में बैठने से पैरों, कूल्हों और घुटनों में लचीलापन बढ़ता है, जिससे जोड़ों का दर्द कम होता है।

 जमीन पर पालथी मारकर बैठने से रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति सही तरीके से होती है।

इस मुद्रा में बैठने से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है।

पालथी मारकर बैठने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है, क्योंकि यह मुद्रा ध्यान और मेडिटेशन के लिए आदर्श मानी जाती है।

इस मुद्रा में बैठने से पैरों और पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे शरीर का संतुलन बेहतर होता है।

इस मुद्रा में बैठने से संयम और धैर्य का विकास होता है, जिससे मानसिक स्थिरता और आत्मनियंत्रण में वृद्धि होती है।