Gwalior News: पेड़ों की अवैध कटाई की शिकायत की तो मिली धमकी, मामला पहुंचा पुलिस थाने

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर के सामाजिक कार्यकर्ता एवं व्यापमं मामले के व्हिसिल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी ने उन्हें धमकी दिए जाने की शिकायत थाना झांसी रोड में की है।  शिकायती आवेदन में आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि उनके द्वारा BSF टेकनपुर में पेड़ों की अवैध कटाई किये जाने के सम्बन्ध में कलेक्टर ग्वालियर को शिकायत की थी। आज सोमवार 23 अगस्त को उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को BSF का विजिलेंस इंस्पेक्टर बताते हुए पेड़ों की कटाई के विषय में पूछताछ शुरू कर दी,  जब उनसे कानून के दायरे में रहकर प्रक्रिया का पालन करने के लिए कहा गया तो उन्होंने धमकी दी।  उन्होंने कहा ग्वालियर का ही हूँ, तोमर हूँ, जहाँ है वहीँ रुक वहीँ आकर देखता हूँ।  शिकायती आवेदन मिलने के बाद पुलिस ने फोन करने वाले व्यक्ति को थाने बुलाया है।

सामाजिक कार्यकर्ता एवं व्यापम महाघोटाले के व्हिसिल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी समय समय पर सामाजिक एवं पर्यावरण हितों की रक्षा के लिए आवाज उठाते रहते हैं।  आशीष चतुर्वेदी ने आज झांसी रोड थाने में शिकायती आवेदन देकर कहा कि मेरे द्वारा 16 अगस्त को BSF अकादमी टेकनपुर में पेड़ों को काटे जाने और पक्षियों के आवासों को नष्ट किये जाने के सम्बन्ध में शिकायत कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को की गई थी।  आज 23 अगस्त को सुबह 10:32 मिनट पर मेरे मोबाइल नंबर 9165661030 पर मोबाइल नंबर 8770282564 से दो बार कॉल आया।  कॉल करने वाले ने खुद को इंस्पेक्टर विजिलेंस बताया और कहा गया कि कोई शिकायत की है कलेक्टर महोदय के नाम से, जब उनसे पूछा गया कि किस सम्बन्ध में , तो उनके द्वारा कहा गया कि पेड़ों की कटाई के सम्बन्ध में, जब मैंने कहा कि मैंने शिकायत की है, आप कौन बोल रहे हो।  मेरे सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि विजिलेंस इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह तोमर बोल रहा हूँ।

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आशीष ने शिकायत में आगे लिखा कि अपना परिचय देने के बाद वे फोन पर ही पूछताछ करने लगे , कहाँ रहते हो ? तुमने पेड़ कटते हुए देखे हैं क्या? कहाँ 100 पेड़ों की कटाई हुई है? जब मैंने फोन पर पूछताछ का विरोध किया और उचित क़ानूनी प्रक्रिया अपनाने और नोटिस देने की बात की तो वे भड़क गए और फोन काट दिया।  जब उनको फोन लगाया गया और उनके वरिष्ठ अधिकारीके विषय में पूछा गया तो वे उखड गए और अभद्रता करने लगे, कहने लगे मैं बाहर का नहीं हूँ, ग्वालियर का ही हूँ, तोमर हूँ, जहां है वहीँ रुक, आकर देखता हूँ , मैंने कहा कि झांसी रोड थाने पर हूँ आजाओ लेकिन वे मुझे धमकाते रहे।

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आशीष ने आवेदन में लिखा कि धमकी मिलने के बाद उन्होंने तत्काल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को फोन लगाया और घटना के बारे में जानकारी दी तो कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने शिकायती आवेदन किसी विजिलेंस अधिकारी को नहीं दिया है। आशीष चतुर्वेदी ने थाना प्रभारी को दिए शिकायती आवेदन में कहा कि इसकी जांच की जाये कि जब कलेक्टर ने शिकायती आवेदन की जाँच किसी विजिलेंस अधिकारी को नहीं दी और ना ही उन्होंने स्वयं कही और प्रतिलिपि दी है तो कोई कैसे उन्हें फोन पर धमकी दे सकता है। आशीष ने कहा कि ये काम उनके किसी विरोधी द्वारा तो नहीं करवाया गया, फोन करने वाले सतेंद्र तोमर के किस किस से सम्बन्ध हैं इसकी भी जाँच की जाये।

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Gwalior News: पेड़ों की अवैध कटाई की शिकायत की तो मिली धमकी, मामला पहुंचा पुलिस थाने

एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के संज्ञान में बात आने के बाद उन्होंने एसपी अमित सांघी से बात की और कहा कि पता लगाइये कि किसने उनके नाम से फोन किया है जबकि उन्होंने किसी भी विजिलेंस अधिकारी को अवैध पेड़ों की कटाई से सम्बद्ध  आवेदन की जाँच नहीं सौंपी। बकौल आशीष चतुर्वेदी पुलिस ने फोन करने वाले और खुद को विजिलेंस इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह तोमर बताने वाले व्यक्ति को शाम को थाने बुलाया है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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