सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती 31 अक्टूबर को एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई जाएगी। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को दर्शाते हुए भव्य आयोजन किए जाएंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस पर नई दिल्ली के गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर एक शानदार परेड का आयोजन होगा, जिसमें बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएसबी, और विभिन्न राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, केरल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और एनसीसी के 16 दलों की भागीदारी होगी।
परेड में 100 सदस्यों की हेराल्डिंग टीम रंग-बिरंगे परिधानों में विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ अगुवाई करेगी, जबकि नौ बैंड दलों द्वारा देशभक्ति धुनें प्रस्तुत की जाएंगी। चार स्कूल बैंड, जिनमें दो गुजरात के राज्य स्तर के विजेता और दो राष्ट्रीय स्तर के विजेता शामिल हैं, विशेष प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, बीएसएफ के ऑपरेशन सिंदूर के 16 वीर सैनिकों और सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र पुरस्कार विजेताओं को खुले जीप में परेड में शामिल किया जाएगा। परेड में दस थीम आधारित झांकियां भी होंगी, जो ‘एकत्व‘ थीम पर आधारित होंगी और विभिन्न राज्यों व सीआरपीएफ द्वारा प्रस्तुत की जाएंगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी विशेष महत्व होगा, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों की समृद्ध विरासत और परंपराओं को प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय वायु सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सूर्य किरण’ के तहत फ्लाई-पास्ट, सीआरपीएफ और गुजरात पुलिस की महिला कर्मियों द्वारा संयुक्त राइफल ड्रिल, एनएसजी का ‘हेल मार्च’, असम पुलिस का मोटरसाइकिल स्टंट शो, बीएसएफ का भारतीय नस्ल के कुत्तों का प्रदर्शन, और सीआईएसएफ व आईटीबीपी की महिला कर्मियों द्वारा पारंपरिक मार्शल आर्ट प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण होंगे।
आकर्षक रोशनी और सांस्कृतिक प्रदर्शन
प्रकाश पर्व के तहत, 17 अक्टूबर से 15 नवंबर तक, एकता नगर में हर शाम 7 से 11 बजे तक आकर्षक रोशनी और सांस्कृतिक प्रदर्शन होंगे। वैली ऑफ फ्लावर्स के रास्ते को 13 थीम आधारित जोन में विभाजित किया गया है, जहां फोटो और सेल्फी पॉइंट के साथ रोशनी की सजावट होगी। इस दौरान 45 खाद्य स्टॉल, 55 हस्तशिल्प और हथकरघा स्टॉल, और 28 राज्यों व 8 केंद्र शासित प्रदेशों के सांस्कृतिक प्रदर्शन होंगे। साथ ही, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुति और 16-17 नवंबर को साइक्लोथॉन प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें देशभर से लगभग 5,000 साइकिल चालक भाग लेंगे।





