तपती गर्मी में भी नहीं झुलसेगा आपका गुड़हल का पौधा, ये ठंडी खाद करेगी कमाल, डालते ही दिखेगा फर्क

चिलचिलाती गर्मी में जहां पौधे मुरझाने लगते हैं, वहीं अगर सही देखभाल की जाए तो आपका गुड़हल भी खिलखिलाता रहेगा। बस जरूरत है एक खास ठंडी खाद की, जो उसे तेज धूप और गर्मी से बचाकर हरा-भरा रखेगी।

Hibiscus Plant: गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका हैं। जिस तरह गर्मी के मौसम में हमें अपने बालों और त्वचा की देखभाल दोगुनी करनी पड़ती है ठीक उसी तरह हमें पौधों की देखभाल दोगुनी करनी पड़ती है। गर्मियों के मौसम में तेज धूप, मिट्टी के सूखेपन और लू की वजह से पौधों को भारी नुक़सान पहुँचता है। ऐसे में लोगों की चिंताएं बढ़ जाती है कि आख़िर पौधों की देखभाल करें तो कैसे करें।

लोगों को अपने घरों में तरह तरह के रंग बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाने का बेहद शौक़ होता है। ज़्यादातर लोगों के घरों में गुड़हल का पौधा पाया जाता है। गर्मी के मौसम में अक्सर यह पौधा मुरझा जाता है। हालाँकि, अभी गर्मी के सिर्फ़ शुरुआत हुई है अगर आप कुछ टिप्स को अपना लेंगे तो तपती गर्मी में भी आप अपने पौधों को सुरक्षित और हरा भरा रख पाएंगे।

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गर्मियों में गुडहल के पौधों की देखभाल कैसे करें?

अगर आपके घर में गुड़हल का पौधा लगा हुआ है, और अगर गर्मी के मौसम में वह मुरझा जाता है या फिर सूख जाता है, तो अब निराश होने की आवश्यकता बिलकुल नहीं है। आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ ऐसी ठंडी खादी के बारे में बताएंगे, जिसका इस्तेमाल करने से आपका कुल का पौधा हरा भरा रहेगा और ख़ूब सारे फूल भी खिलेंगे। चलिए फिर बिना देर करते हुए जान लेते हैं।

गुड़हल के पौधों में कौन सी खाद डालनी चाहिए?

छाछ और दही

गुड़हल के पौधों के लिए छाछ और दही दोनों ही शानदार प्राकृतिक खाद के रूप में काम करती है। इसमें कुछ ऐसे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो मिट्टी की क्वालिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही साथ गर्मी के मौसम में यह पौधे को ठंडक भी पहुँचाते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए छाछ और दही में पानी मिलाकर उसे पतला कर लें और फिर हफ़्ते में एक बाद गुड़हल के पौधों में डालें।

गोबर की खाद

गुड़हल के पौधों की अच्छी देखभाल के लिए गोबर की खाद भी बेहतरीन तरीक़ा है। गोबर की खाद से मिट्टी की क्वालिटी तो बढ़ती ही है साथ ही साथ, यह पौधों को तपती गर्मी से बचाने में भी मदद करती है। गोबर में वे सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पौधों के लिए ज़रूरी होते हैं।

नीम की खली या सरसों की खली

तपती गर्मी से गुड़हल के पौधों को बचाने के लिए, आप नीम की खली या फिर सरसों की खली का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इन दोनों चीज़ों का इस्तेमाल करने से पौधों में कीड़े मकोड़े नहीं लगते हैं, पौधा सुरक्षित रहता है, और ये चीज़ें पौधों को ठंडक भी प्रदान करती है।

गुड़हल के पौधों की देखभाल कैसे करें?

  • पानी का ख़ास ध्यान रखें: रोज़ाना सुबह और शाम के समय पौधों में पानी ज़रूर डालें। आप ताकि मिट्टी सूखेपन से बच सके।
  • छाँव का ध्यान रखें: तपती गर्मी में गूगल के पौधों को सुरक्षित रखने के लिए छाया का इंतज़ाम भी करें, हरी नेट का इस्तेमाल करें।
  • गुड़ाई करें: गर्मी के मौसम में मिट्टी की समय समय पर गुड़ाई करना भी बेहद ज़रूरी होता है। ताकि जड़ों को हवा मिल सके।

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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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