जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। Jamun leaves benefits:- जामुन के तो कई फायदे होते हैं और इन्हें कई नामों से भी जाना जाता है। इंग्लिश में इसे ब्लैक पल्म या इंडियन बेरी कहा जाता है। इसमें कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई बीमारियों का रामबाण इलाज भी माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है जामुन के पत्ते भी किसी दवा से कम नहीं होते। आयुर्वेद के मुताबिक कई बीमारियों के लिए जामुन के पत्ते बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते हैं, कई बीमारियों को इससे ठीक किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं जामुन के पत्ते पत्ते के फायदे।
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यदि आपके मुंह में छाले मुंह में हमेशा छाले की समस्या होती है तो आपके लिए जामुन के पत्ते लाभकारी साबित हो सकते हैं। जामुन के पत्तों में कई एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो संक्रमण को रोकने का काम करता है। साथ ही पाचन शक्ति को भी अच्छा करता है, जिससे मुंह में होने वाले छाले की समस्या कम हो जाती है। आयुर्वेद में जामुन के पत्तों का इस्तेमाल बुखार के इलाज के लिए भी किया जाता है, यह बुखार के लेबल को कम करने में बहुत फायदेमंद माना जाता है, कई ऐसे घरेलू उपचार हैं जिसमें जामुन के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है।
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डायबिटीज के लिए वैसे तो जामुन एक रामबाण इलाज माना जाता है, लेकिन इसकी पत्तियां भी किसी से कम नहीं है। कई लोग इन पत्तों का सेवन डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए करते हैं। यहां तक की आयुर्वेद फिजिशियन भी जामुन के पत्तों के सेवन की सलाह डायबिटीज मरीजों को देते हैं। जामुन के पत्तों में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है। यदि कोई व्यक्ति पेचिश की समस्या से परेशान हो तो उसे जामुन के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। जामुन के पत्तों में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो पेचिश की समस्या को ठीक करने का काम करता है। इतना ही नहीं कई ऐसी आयुर्वेदिक दवाइयां है, जिनमें जामुन के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। जामुन के पत्तों का इस्तेमाल अल्सर के लिए भी किया जाता है और त्वचा की समस्या के लिए भी जामुन की पत्तियों को कारगर इलाज माना जाता है। हालांकि अल्सर को राहत दे सकता है, लेकिन यदि ज्यादा हो तो उसके लिए जामुन के पत्ते भी फीके पड़ जाते हैं।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। कृपया कोई भी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।