उत्तराखंड का गुप्तकाशी शहर हो सकता है आपका अगला हॉलिडे डेस्टिनेशन

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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड हमेशा से ही देवों का स्थान माना गया है। महादेव की इस नगरी श्रद्धालुओं की कमी नहीं रहने वाली है। हरिद्वार से शुरू हुआ यह सफर मदमहेश्वर, रुद्रनाथ, तुंगनाथ, कल्पेश्वर और केदारनाथ होते हुए रुद्रप्रयाग तक पहुंचता है। राज्य के जिला रुद्रप्रयाग के शहर गुप्तकाशी में एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसका नाम है विश्वनाथ मंदिर। यह मंदिर समुद्र तल से 1319 मीटर की ऊंचाई पर है।

गुप्तकाशी को उत्तराखंड के सबसे पवित्र शहर में से एक माना जाता है क्योंकि यह मंदाकिनी नदी के किनारे है। इस शहर के मंदिरो का इतिहास महाभारत काल से माना जाता है। शहर में विश्वनाथ मंदिर और अर्धनारीश्वर मंदिर सुप्रसिद्ध है, जहां हर साल दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते है।

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यह शहर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है, जहां चारों तरफ आपको बर्फीली पहाड़ियां, हरियाली, सांस्कृतिक विरासत और बहुत कुछ देखने को मिल जाएगा। यह शहर पर्यटकों के लिए एक शानदार हॉलिडे डेस्टिनेशन है।

कैसे पड़ा गुप्तकाशी नाम

पौराणिक कथा के अनुसार, जब कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध हुआ था, तब पांडवों ने कौरवों सहित शिव के भक्तों को भी मार डाला था। उसी वध के कारण उसमें अनेक दोष थे। पांडवों को भगवान शिव से माफी मांगनी पड़ी और उन्हीं दोषों को ठीक करने के लिए उनका आशीर्वाद लेना पड़ा, लेकिन भगवान शिव पांडवों से नाराज थे, क्योंकि उस युद्ध के दौरान पांडवों ने उनके भक्तों को भी मार डाला था। उन्हीं दोषों से छुटकारा पाने के लिए पांडवों ने प्रार्थना की और भगवान शंकर के दर्शन करने निकल पड़े।

भगवान शिव हिमालय में इस स्थान पर ध्यान कर रहे थे और जब भगवान को पता चला कि पांडव इस स्थान पर आ रहे हैं, तो उन्होंने नंदी बैल का रूप धारण किया और गायब हो गए या गुप्त हो गए, इसलिए इस स्थान का नाम गुप्तकाशी पड़ा पड़ गया। यह मंदिर उन्हीं का प्रतीक है।

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कैसे पहुंचें गुप्तकाशी –

गुप्तकाशी फ्लाइट, रेल व सड़क मार्ग तीनों माध्यमों से पहुंचा जा सकता है।

फ्लाइट

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से गुप्तकाशी 190 किमी दूर है। यहां से आपको कैब और बस से पहुंचना होगा।

रेल का सफर

रेल द्वारा ऋषिकेश रेलवे स्टेशन, 168 किमी की दूरी पर स्थित है, गुप्तकाशी के निकट है और गुप्तकाशी पहुंचने के लिए बाहरी टर्मिनल से आप आसानी से बस या टैक्सी प्राप्त कर सकते हैं।

सड़क मार्ग

गुप्तकाशी के लिए NH 109 के माध्यम से कई बसें और टैक्सियां उपलब्ध हैं।


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Manuj Bhardwaj

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