बालाघाट, सुनील कोरे। नौकरी के नाम पर बालाघाट जिले (Balaghat) के भरवेली निवासी सुरक्षाबल के जवान दिनेश सलामे से की गई 11 लाख रूपये की ठगी के मामले में जबलपुर (Jabalpur) की गढ़ा पुलिस (Garha Police) की हिरासत से बालाघाट भरवेली लेकर पहुंची थी। अब पुलिस को आरोपी से पूछताछ में मामले से जुड़ी कई और महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है।
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पुलिस ने आरोपी चंद्रभूषण अड़कने से सतपुड़ा भवन के नाम से स्वास्थ्य विभाग में भर्ती के दो फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किया है, यही नहीं बल्कि पूछताछ में इसकी लिंक का पुलिस को पता चला है, जिस जानकारी के आधार पर भरवेली पुलिस तफ्तीश में जुटी है। हालांकि इस मामले को लेकर जो गंभीरता पुलिस को दिखानी चाहिये थी, वह नहीं दिखी। वहीं पुलिस ने बुधवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर उसे रिमांड पर नहीं लिया। जबकि जानकार बताते है कि मामला गंभीर है और आरोपी से मामले से जुड़ी कड़ियों की पूछताछ के लिए आरोपी को रिमांड पर लिया जाना था। यदि पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करती तो नौकरी के नाम पर एक बड़ी ठगी का खुलासा हो सकता था।
हालांकि इस मामले में जबलपुर के गढ़ा थाना से बीते मंगलवार की रात भरवेली थाना लाने के बाद पुलिस ने पूछताछ की और बुधवार 13 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है। पुलिस की मानें तो आरोपी ने कटनी और सिवनी के दो लोगों के नाम बताये है, जिनके एकाउंट में उसके द्वारा पैसा भेजा गया है। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि कड़ी दर कड़ी इस मामले में और कई नई जानकारी सामने आयेगी।
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले वारासिवनी थाना अंतर्गत झालीवाड़ा निवासी चंद्रभूषण अड़कने के गिरफ्तार होने के बाद उसकी ठगी का शिकार हुए और भी लोग सामने आये है। भरवेली पुलिस को एक और शिकायत मिली है। शिकायकर्ता भरवेली निवासी अमित डोंगरे ने भी आरोपी चंद्रभूषण अड़कने पर नौकरी के नाम से 90 हजार रूपये ठगी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। पुलिस ने शिकायतकर्ता दिनेश सलामे और अमित डोंगरे की शिकायत पर आरोपी चंद्रभूषण अड़कने के खिलाफ धारा 420, 465,466,467,468,471 एवं 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
गौरतलब है कि सुरक्षाबल के जवान की बहनों और भाई की नौकरी लगाने के नाम पर आरोपी चंद्रभूषण अड़कने ने जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल के डीन के नाम से 11 लाख रूपये की ठगी की थी। जिसकी वास्तविकता सामने आने के बाद गत दिवस ठगी का शिकार दिनेश सलामे अपने साथी राजेन्द्र वर्मा के साथ आरोपी चंद्रभूषण अड़कने को लेकर नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल पहुंचे थे। जहां से भी वह पीड़ितों को चकमा देकर भागने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान ही उसे अस्पताल के सिक्युरिटी गार्ड की मदद से पकड़कर जबलपुर के गढ़ा पुलिस के सुपुर्द किया गया था। जिसमें गढ़ा पुलिस ने शून्य पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गत 12 अक्टूबर को भरवेली पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। जहां से भरवेली पुलिस उसे 12 अक्टूबर की रात भरवेली थाना लेकर पहुंची थी।
इस पूरे मामले में पीड़ित दिनेश कुमार सलामे ने बताया था कि उनकी दो बहन और एक भाई को स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ काउंसलर की नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी चंद्रभूषण अड़कने को उन्होंने ऑनलाईन और नगद के रूप में 11 लाख रूपये दिये, जिसके ऐवज में उसने सतपुड़ा भवन के नाम से स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ काउंसलर के पद पर बहनों और भाई का नियुक्ति पत्र उन्हें सौंपा था। जो जांच में फर्जी निकला। जब इसकी जानकारी पीड़ित दिनेश सलामे को पता चली तो उसने आरोपी चंद्रभूषण से रूपये मांगे। जिसे देने की बात कहकर वह लगातार गुमराह करता रहा। फिर रूपये लेने उसे भोपाल बुलाया लेकिन वह, वहां भी नहीं मिला। जिसके बाद उसके तामिया में होने की जानकारी मिलने के बाद पीड़ित ने अपने साथी के साथ मिलकर उसे तामिया से भरवेली थाना लाया था, जहां उसने थाना प्रभारी को इस पूरे मामले की शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की थी, लेकिन पुलिस के सामने आरोपी ने रूपये लेना स्वीकार करते हुए आरोपी को ली गई रकम देने का वादा करते हुए बताया कि यह रकम उसने डीन और राजेश तिवारी को दी है, जिससे लेकर वह उसे वापस कर देगा। जिसके चलते भरवेली थाना प्रभारी द्वारा आरोपी के साथ पीड़ित को जबलपुर भिजवाया था। जहां से आरोपी पीड़ित को गुमराह करके भागने के प्रयास में था, इसी दौरान पीड़ित दिनेश सलामे और उसके साथ राजेन्द्र वर्मा ने उसे अस्पताल के सिक्युरिटी की मदद से पकड़कर जबलपुर के गढ़ा थाना पुलिस के हवाले कर दिया था। जिसके आधार पर जबलपुर की गढ़ा पुलिस ने आरोपी को पकड़कर उसके खिलाफ शून्य पर मामला दर्ज कर बालाघाट पुलिस को इसकी सूचना दी थी।
बताया जाता है कि आरोपी चंद्रभूषण की ठगी का शिकार कोई अकेले भरवेली निवासी दिनेश सलामे नहीं है बल्कि महाकौशल के छिंदवाड़ा, सिवनी, तामिया, वारासिवनी और बालाघाट के कई लोग भी, जिन्हें आरोपी ने नौकरी दिलाने के नाम पर अधिकारियों के नाम से ठगा है, जो स्वयं को स्वास्थ्य विभाग और सतपुड़ा भवन से जुड़ा होने की बात कहकर लोगों को नौकरी के नाम पर ठगने का काम करता है, सूत्रों की मानें तो अब तक आरोपी चंद्रभूषण ने नौकरी के नाम पर कईयों से करोड़ो रूपये की ठगी की है। जिसके चलते अब इस मामले की जांच एसआईटी से कराने की होने लगी है ताकि समुचित जांच हो तो ठगी का एक बड़े मामले का खुलासा हो सके।