भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश को साफ – सुथरा, स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। नगरीय प्रशासन विभाग ने इसी कड़ी में पिछले दिनों एक सर्वेक्षण अभियान चलाया जिसकी अंतिम सूची बनकर तैयार है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया है कि “स्वच्छ प्रतिष्ठान” (Swachh Pratishthan) सर्वेक्षण अभियान में चयनित प्रतिष्ठानों को 14 फरवरी को स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक एवं जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में होगा।
मंत्री भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) ने बताया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में सभी नगर निगमों को 5-स्टार और अन्य नगरीय निकायों को 3-स्टार दिलाने के लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए 26 जनवरी से 15 दिवसीय “स्वच्छ प्रतिष्ठान” सर्वेक्षण अभियान शुरू किया गया था। श्री सिंह ने सभी सांसद और विधायकों को पत्र लिखकर इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया था।
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शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी एवं शासकीय कार्यालय, बैंक, छोटी-बड़ी दुकानें, शो-रूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल आदि शामिल हैं। स्वच्छ शब्दावली में इन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर कहा जाता है। इनके बीच ही स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की गयी। सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना था।
अलग-अलग श्रेणी में हुई रैकिंग
स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण में अलग-अलग श्रेणी में रैकिंग की गई। इसमें स्वच्छ पाठशाला, स्वास्थ्य सुविधाएँ, होटल एवं रेस्टोरेंट, कार्यालय, हॉकर्स जोन और स्वच्छ बाजार की श्रेणी शामिल की गईं।
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सर्वेक्षण प्रक्रिया में 300 अंकों की रैंकिंग
सभी 407 नगरीय निकायों में स्थित प्रतिष्ठानों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सूचना दी गयी। प्रतिष्ठानों की रैंकिंग 300 अंकों की हुई।
विजेता प्रतिष्ठान को “सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस” सम्मान
विजेता प्रतिष्ठान को निकाय द्वारा “सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस” सम्मान से नवाजा जायेगा। इसके अलावा चयनित प्रतिष्ठानों को राज्य स्तरीय टीम के अवलोकन के बाद राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया जायेगा।