गंदगी देख भड़के ऊर्जा मंत्री, अपने हाथ में फावड़ा लेकर निकाला कचरा

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। अपनी अलग कार्य शैली के कारण चर्चा में रहने वाले मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) फिर चर्चा में हैं। क्षेत्र के भ्रमण के दौरान उन्हें जब गंदगी दिखाई दी और नाले चौक दिखे तो उन्होंने पहले नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) अधिकारियों को फटकार लगाई  और फिर आदत के मुताबिक खुद फावड़ा उठाया और नाले की गंदगी साफ़ की।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने वार्ड क्रमांक 1 के जाटवपुरा की विभिन्न गलियों में भ्रमण किया। आमजन ने बिजली, सीवर की समस्या बताते हुए कहा कि क्षेत्र में सीवर चौक रहते हैं जिससे घरों में गंदा पानी भरा रहता है, जिस कारण बीमारियां फैलती हैं। साथ ही कहा कि बिजली बिल अधिक दिये जा रहे हैं, जिस पर ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने तत्काल अधिकारियों को मौके पर बुलाकर समस्याओं के निराकरण के लिए निर्देशित किया।

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इसके बाद ऊर्जा मंत्री किशनबाग पहुंचे तो क्षेत्रीय जनता ने नाला चौक होने की शिकायत करते हुए कहा कि नाले की सफाई नहीं की जाती है जिस कारण सीवर चौक हो जाते हैं, अगर समय पर नाले की सफाई की जाए तो गंदगी नहीं फैलेगी और बरसात के दिनों में जल भराव की समस्या से निजाद मिल जायेगी। रामाजी के पुरा में भी नाला सफाई को लेकर आमजन ने शिकायत की। जिस पर ऊर्जा मंत्री ने संबंधित अधिकारियों से नाराज होते हुए कहा कि जब मैं क्षेत्र में आउंगा तभी आप कार्य करेंगे क्या?  उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के अधिकारी को प्रतिदिन क्षेत्र में भ्रमण कर क्षेत्रीय समस्याओं को देखना चाहिए तथा उसी दिन उस समस्या का निराकरण करना चाहिए।

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नाराज ऊर्जा मंत्री ने फावड़ा मंगाया और अपने हाथ से नाले से गंदगी साफ़ करने लगे।  उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण समय-सीमा में किया जाये।  कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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