ग्वालियर, अतुल सक्सेना। आज के दौर में यदि कांग्रेस (MP Congress), भाजपा (BJP Madhya Pradesh) या किसी अन्य पार्टी का कोई राजनेता युवाओं से कहे कि कभी “पॉलिटिशियन नहीं बनना” तो बहुत बड़ी बात है। लेकिन कांग्रेस के एक युवा विधायक का एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया की सुर्खियां (Congress MLA Praveen Pathak’s Video Viral) बना हुआ है जिसमें वे एक कार्यक्रम में युवाओं को पॉलिटिशियन नहीं बनने की सलाह दे रहे हैं।
युवाओं को कभी पॉलिटिशियन नहीं बनने की सलाह देने वाले विधायक है कांग्रेस के ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)। जिन्हें हाल ही में एमआईटी पुणे में देश का आदर्श युवा विधायक सम्मान मिला है। विधायक प्रवीण पाठक ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए उनकी क्षमताएं याद दिलाईं, देश के लिए उनका महत्व और उपयोगिता बताई।
इसी दौरान कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि आप कभी पॉलिटिशियन नहीं बनना, लीडर बनना। अंतर जानते हैं ? पॉलिटिशियन हमेशा वो होता है जो अगला चुनाव जीतने के लिए सोचता है और उसी में अपना जीवन लगा देता है लेकिन लीडर वो होता है आने वाली पीढ़ियों के लिए रास्ते तैयार करता है।
कांग्रेस विधायक का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आपको बता दें कि खास बात ये है कि एमआईटी पुणे ने वर्ष 2021 के लिए पूरे देशभर में से 5 विधायकों को चुना गया उनमें से एक नाम ग्वालियर दक्षिण से विधायक प्रवीण पाठक का भी था।
इस दौरान भारतीय छात्र संसद का आयोजन भी किया गया। इसका आयोजन खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। देश – विदेश के लगभग 450 विश्वविद्यालयों से हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स ने आयोजन में भाग लिया ।
आदर्श युवा विधायक सम्मान मिलने के बाद कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने आयोजकों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि ये सम्मान एक विधायक नहीं ग्वालियर दक्षिण का बेटा ले रहा है और ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के एक एक परिवार की और से आपको धन्यवाद देता हूँ।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....