जबलपुर, संदीप कुमार। इस कोरोना (Corona) जैसी इस घातक बीमारी से लड़ने के लिए मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की जरूरत है तो इस समय कुछ लोग अपने फायदे के लिए इंजेक्शन की कालाबजारी में लगे हुए है, हाल ही में कोरोना के हब बन चुके भोपाल (Bhopal) और इंदौर (Indore) में इंजेक्शन चोरी और कालाबाजारी के कई मामले सामने आये थे, और अब जबलपुर (Jabalpur) में एसटीएफ (STF) ने आज मुखबिर की सूचना पर दो डॉक्टर सहित 5 लोगो को गिरफ्तार किया है,एसटीएफ पुलिस ने आरोपियो के पास से 4 इंजेक्शन-6 मोबाईल और एक कार भी बरामद की है।
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ग्राहक बनकर पहुँची पुलिस
जबलपुर एसटीएफ पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति रेमडेसिवीर इंजेक्शन लेकर जीसीएफ के पास खड़े हुए है और ग्राहक की तलाश कर रहे है, यह सूचना जैसे ही एसटीएफ को मिली तो एक आरक्षक को ग्राहक बनाकर मौके पर भेजा गया जहाँ इंजेक्शन बेचते हुए दो युवक सुधीर और राहुल को गिरफ्तार किया, दोनो युवको से एसटीएफ ने 2 इंजेक्शन भी बरामद किए।
पूछताछ में हुआ खुलासा-दो डॉक्टर भी थे शामिल
एसटीएफ की गिरफ्त में आए सुधीर और राहुल ने पूछताछ में बताया कि उनके एक साथी राकेश ने आशीष हॉस्पिटल में पदस्थ डॉ नीरज साहू और लाइफ मेडिसिटी हॉस्पिटल में पदस्थ डॉ जितेंद्र सिंह से ये इंजेक्शन लेकर आए थे और उन लोगो ने ही इंजेक्शन अच्छी कीमत में बेचने को कहा था, जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों ने अस्पताल से इन इंजेक्शन को बचा लिया था और बाजार में अच्छी क़ीमत में बेचने की तैयारी कर रहा था।
आरोपियो से हुए इंजेक्शन और कार बरामद
जबलपुर एसटीएफ पुलिस ने डॉ जितेंद्र सिंह, डॉ नीरज साहू,राहुल विश्वकर्मा, राकेश मालवीय और सुधीर सोनी को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से छह नग रेमडेसिवीर के इंजेक्शन बरामद किए, साथ ही पुलिस ने आरोपियों की एक लग्जरी कार को भी जब्त किया है,बताया जा रहा है कि एसटीएफ की पूछताछ में कई और अहम खुलासे हो सकते हैं बहरहाल पुलिस ने पांचों ही आरोपियों को रिमांड में लिया है।