मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना कलेक्ट्रेट में उस समय हडकंप मच गया जब एक दिव्यांग ने ई रिक्शा से उतरकर कैरोसिन डालकर खुद को आग लगाने का प्रयास किया। दबंगों से प्रताड़ित दिव्यांग दो महीने से थाने से लेकर एसपी आफिस के चक्कर लगा रहा हैं लेकिन दिव्यांग की कहीं सुनवाई नहीं हुई तो परिवार के साथ आत्मदाह करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा तभी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर पुलिसकर्मियों ने बचा लिया।
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बता दे कि सरायछौला थाना क्षेत्र के पीपरखेड़ा गांव के दिव्यांग रामसिया कोरी अपनी पत्नी व बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर चबूतरे पर जा बैठा। सरायछौला थाना से लेकर एसपी तक को खूब कोसा, भला-बुरा कहा और इसी दौरान एक झोले से कैरोसिन की बोतल निकालकर खुद पर डाल ली। ऐसा करने से पहले रामसिया ने कलेक्टोरेट के सुरक्षा गार्ड से कह दिया कि वह आज यहीं परिवार सहित खुद को आग लगाएगा। इस कारण सुरक्षा गार्ड ने पहले ही पुलिस थाने में सूचना कर दी। सूचना के बाद सिविल लाइन थाने की टीम मौके पर पहुंच गई, पुलिस को देखते ही रामसिया ने फिर कैरोसिन अपने ऊपर उड़ेल ली और आग लगाने के लिए पत्नी से माचिस मांगी। इसी दौरान आरक्षक हुकम सिंह ने रामसिया की पत्नी से माचिस छीन ली, उसके बाद एसआइ संतोष गौतम आदि ने रामसिया व उसके परिवार को समझाया।
रामसिया की शिकायत पर तत्काल एफआइआर हुई, तब कहीं मामला शांत हुआ। दिव्यांग रामसिया कोरी द्वारा परिवार सहित आत्मदाह करने के प्रयास की घटना के बाद पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। जो एफआइआर दो महीने से सरायछौला थाने में नहीं हो रही थी, वही एफआइआर आनन-फानन में सिविल लाइन थाने में जीरो पर दर्ज की गई, जिसे विवेचना के लिए सरायछौला थाने भेजा गया। रामसिया की शिकायत पर केदार गुर्जर, धर्मेन्द्र गुर्जर और बलवंत उर्फ बल्ली गुर्जर पर एससीएसटी एक्ट, मारपीट व धमकाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उधर एएसपी डा. रायसिंह नरवरिया ने इस घटनाक्रम के बाद सरायछौला थाना प्रभारी शिवकुमार शर्मा को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया है।