मुरैना, संजय दीक्षित। निर्वाचन आयोग (Election Commission) की वेबसाइट में सेंध लगाकर फर्जी वोटर कार्ड (Voter card) बनाने वाले आरोपी की तलाश में मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश (MP-UP Police) की पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी बीच मुख्य सरगना विपुल सैनी को यूपी पुलिस ने सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उसके बैंक एकाउंट्स से पुलिस को 60 लाख रुपए से अधिक राशि जमा होने की सूचना मिली है। जिसके बाद से ही उत्तर प्रदेश पुलिस निर्वाचन आयोग की बेवसाइट में सेंध लगाने वाले आरोपी हरिओम सखवार को पकड़ने के लिए मुरैना जिले में डेरा डाले हुए हैं। साथ ही उसके बैंक अकॉउंट की डिटेल भी खंगाली जा रही है।
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यूपी पुलिस अम्बाह निवासी आरोपी हरिओम सखवार को पकड़ने के लिए अवग-अलग ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। इस गैंग का मुख्य सरगना सहारनपुर निवासी विपुल सैनी है जो पुलिस की गिरफ्त में पहले ही आ चुका है। इस गैंग में अन्य लोग शामिल होने की सूचना है। मुरैना पुलिस ने इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है, लेकिन पकड़े गये युवकों को इस मामले की कोई भी जानकारी नहीं होना सामने आया है। मामले में एक नाबालिग ने हरिओम सखवार निवासी अम्बाह के बारे में कुछ जानकारी यूपी और मुरैना पुलिस को दी है। नाबालिक ने बताया कि एक फर्जी वोटर कार्ड दुकान से बनाकर बेचने के बाद 100 से 200 रुपए मिलते थे। अभी तक करीब 10 हज़ार से ज्यादा वोटर कार्ड हैकिंग कर चुके हैं। इस में और भी खुलासे होने की उम्मीद है। पुलिस की आशंका है कि ये लोग किसी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
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मामले में केन्द्र सरकार की वेबसाइट हैक करने के मामले का जब खुलासा हुआ तो पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई। आनन-फानन में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विपुल सैनी निवासी माछेर हेड, हरिओम सखवार, दीपक उर्फ टेक्निकल मेहता, विकास कुमार और मध्य प्रदेश के हरदा का निवासी अरमान मलिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 ,467, 568, 471 आईटी एक्ट की धारा 66, 66सी, 66डी, 72, 73 एवं 74 के खिलाफ मामला दर्ज कर अरोपियों की जांच पड़ताल शुरू की है।
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शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की पुलिस मुरैना पहुँची और आरोपियों को पकड़ने के लिए अंबाह थाने पहुंची। मामले पर एसडीओपी जादौन ने अंबाह थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर यूपी पुलिस के साथ आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी। यूपी पुलिस के साथ अंबाह पुलिस ने सभी जगहों पर दबिश देने के बाद पकड़े गए चार अरोपियों से कड़ी पूछताछ की गयी जिसमें एक आरोपी ने उसके पास देशभर के 2 करोड़ लोगों का डेटा होना स्वीकारा है। लेकिन मुख्य आरोपी उसका साथी हरिओम सखवार है।
पुलिस ने बताया कि हरिओम सखवार की तलाश करने के बाद उसके परिवार वालों से पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने बताया कि हरिओम सखवार दसवीं पास है। वह कम्प्यूटर अच्छी तरह चलाना जानता था, इसलिए उसने छोटी सी सायबर कैफे की दुकान खोल ली और उत्तर प्रदेश के विपुल सैनी गैंग के सम्पर्क में आया और फर्जी वोटर कार्ड बनाना सीख लिया। इस मामले में एसपी ललित शाक्यवार ने बताया कि हरिओम सखवार की तलाश में उसके कई ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है। मामला सहारनपुर का है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को खोलकर फर्जी वोटर कार्ड बनाने वाले आरोपी को जल्द ही पुलिस गिरफ्तार करेगी।