Neemuch News : नगर पालिका परिषद नीमच का जाजू सागर बांध करीब 2 हजार बीघा में फैला हुआ है। बांध की लगभग 800 बीघा से अधिक जमीन पर अवैध खेती हो रही है और किसानों का अवैध अतिक्रमण भी है। इसकी शिकायतें मिलने और जानकारी होने के बाद नगर पालिका व जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं। वहीं जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे जाजू सागर बांध शहर की जनता की सुविधा के साथ कुछ लोगों की कमाई का जरिया बना हुआ है।
शहर को पेयजल उपलब्ध कराने का मुख्य स्रोत है जाजू सागर बांध
शहर से करीब 14 किलोमीटर दूर ग्राम कोटड़ी ईस्तमुरार व हर्किया खाल के समीप नगर पालिका परिषद नीमच के स्वामित्व एवं आधिपत्य का सीताराम जाजू सागर बांध है। बांध करीब 2 हजार बीघा से अधिक में फैला है और इसकी जल संग्रहण क्षमता 21 फीट है। जाजू सागर बांध एक और जहां शहर की आबादी को जलापूर्ति करने का प्रमुख माध्यम है, वहीं दूसरी और बांध की जमीन कुछ लोगों की कमाई का जरिया भी बना हुआ है। नगर पालिका परिषद नीमच जलापूर्ति के लिए जाजू सागर बांध से प्रतिदिन करीब 1 लाख 50 हजार लीटर पानी लेती है।
बांध की 800 बीघा जमीन पर दबंग किसानों का कब्ज़ा
शिकायतकर्ताओं और प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो बांध की 2 हजार जमीन में से करीब 800 बीघा जमीन पर 11 गांवों के कुछ दबंग किसानों का कब्जा है और वे इस पर खेती करते हैं। वर्तमान में बांध रिक्त है, इस कारण बांध की जमीन पर अवैध खेती का रकबा भी बढ़ चुका है। आने वाले दिनों में बांध की जमीन पर किसानों की कमाई के लिए अवैध खेती भी लहलहाएगी।
जाजू सागर बांध से बड़े पैमाने पर चोरी होता है पानी
नपा के जाजू सागर बांध के आसपास के 11 गांव है। इन गांवों में बड़े पैमाने पर खेती होती है। नपा के सूत्रों की माने तो बांध से हर साल इन 11 गांवों के पानी अवैध रूप से सिंचाई के लिए पानी लेते हैं या चोरी करते हैं। बांध के पानी से ही इनके खेतों में अच्छी सिंचाई होती है और इसके दम पर वे फसलें लेकर अच्छा मुनाफा कमाते हैं। बताया जाता है कि कई किसानों ने बांध का पानी खेतों में पहुंचाने के लिए भूमिगत रूप से अवैध तरीके से पाइप लाइन तक डाल रखी है। इसकी जानकारी होने और शिकायतें प्राप्त होने के बाद भी नपा और जिला प्रशासन का अमला अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर सका है और पूर्व में हुई कार्रवाई भी महज औपचारिकता साबित होती रही है।
हर साल बांध के सीमांकन के दावे
जाजू सागर बांध की जमीन के सीमांकन के दावे हर साल किए जाते हैं ताकि बांध की जमीन की स्थिति स्पष्ट हो सके हैं लेकिन हर साल सीमांकन के दावे सिर्फ दावे ही साबित होते हैं। इस बार भी नगर पालिका परिषद नीमच के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी जाजू सागर बांध की जमीन के सीमांकन के दावे कर रहे हैं लेकिन अब तक बांध की जमीन का सीमांकन नहीं हो सका है। जिला प्रशासन एवं नगर पालिका परिषद नीमच अब भी जल्द सीमांकन के दावे ही कर रहे हैं।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट