Video: बुलेट चलाकर मां पीताम्बरा के दर्शन करने पहुंचे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा

Atul Saxena
Published on -

दतिया, सत्येन्द्र रावत।  मां पीताम्बरा के अनन्य भक्त प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) पीताम्बरा माई के दर्शनों का लाभ और उनका आशीर्वाद लेने में नहीं चूकते। आज शनिवार को भाजपा के शीर्ष पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर श्रद्धांजलि कार्य्रकम आयोजित किया गया।  कार्यक्रम में शामिल हुए गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने इसके बाद रॉयल एनफील्ड बुलेट उठाई और खुद चलाकर दतिया की सड़क पर निकल गए और मां पीताम्बरा के दरबार में जाकर आशीर्वाद लिया।

एकात्म मानववाद के प्रणेता भाजपा के शीर्ष पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती (Pandit Deendayal Upadhyaya Birth Anniversary) प्रदेश सरकार के गृह मंत्री एवं दतिया विधायक डॉ नरोत्तम मिश्रा के निवास पर मनाई गई । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार थे कि सुविधाओं में पलकर कोई भी सफलता हासिल नहीं कर सकता
पर अभाव के बीच रहकर ऊंचाइयों को छूना बड़ी बात है। पंडित दीनदयाल ने हमेशा अंतिम चोर के अंतिम व्यक्ति को सुविधा पहुँचाने की बात की है।

ये भी पढ़ें – अमेरिका में गूंजा वंदे मातरम, भारत माता की जय, UNGA को सम्बोधित करेंगे PM मोदी

गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पदचिन्हों पर चलकर उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ रही है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने हमेशा गरीबों के हित में फैसले लिए हैं।

ये भी पढ़े – MP Weather : अगले 24 घंटे में इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने की चेतावनी

कार्यक्रम में शामिल होने के बाद गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने रॉयल एनफील्ड बुलेट उठाई और उसे चलकर दतिया  निकल गए और माँ पीताम्बरा के दरबार पहुँच गए। यहाँ उन्होंने मां पीतांबरा देवी की आरती कर पूजा अर्चना की इसके साथ ही मंदिर प्रांगण में स्थित प्राचीन शिव मंदिर वन खंडेश्वर महादेव का जल अभिषेक कर पूजा अर्चना की ।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News