इसी कड़ी में एमपी कांग्रेस (MP Congress) ने ट्वीटर के माध्यम से जीत का बड़ा दावा किया है और 24 सीटों पर BJP प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने की बात कही है।एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि बीजेपी के लिये राहत भरी ख़बर है, केवल 24 सीट पर होगी ज़मानत ज़ब्त।कमलनाथ जी का कहना साफ, हर किसान का क़र्ज़ होगा माफ।
वही उन्होंने एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और उनके समर्थकों को अलग अलग ट्वीट के माध्यम से घेरते हुए लिखा है कि कुर्सी की हवस मे ईमान बिक गये, 35-35 करोड़ में बेईमान बिक गये। ग़द्दारी उसकी ख़ानदानी आदत थी,वरना मध्यप्रदेश में सब ख़ैरियत थी।35 करोड़ का सौदा था, इसलिये जनादेश रौंदा था।
पूर्व मंत्रियों का दावा- जनता के साथ दीपावली मनाएगी कमलनाथ सरकार
बीते दिनों पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Congress MLA Jeetu Patwari) ने ट्वीट कर लिखा था कि आख़िर वह दिन आ ही गया ।लोकतंत्र के गद्दारों से किसानों के हत्यारो से 3 नवंबर को बदला लेना है।10 नवंबर को पुनः लोकप्रिय और जन हितेषी सरकार कमलनाथ जी के नेतृत्व में बनेगी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा (Congress MLA Sajjan Singh Verma) ने लिखा था कि मध्यप्रदेश में जन हितैषी “कमलनाथ सरकार” के साथ प्रदेश की जनता “दीपावली” मनाएगी।
पहले भी दावों की लग चुकी है झड़ी
यह पहला मौका नही है, इसके पहले भी कांग्रेस कई बड़े दावे कर चुकी है। हाल ही में कांग्रेस के द्वारा दावा किया गया था कि ताज़ा सर्वे (Survey) ने उड़ाई बीजेपी की नींद। एक भी सीट पर जीत की संभावना नहीं।“लोकतंत्र जीत रहा, नोटतंत्र हार रहा”। दूसरे ट्वीट में कांग्रेस ने लिखा था कि 35 करोड़ मे बिकने वालों, कब मुँह छिपाओगे,दिन जब मतदान का होगा,सारे निपट जाओगे।तीसरे में लिखा है कि नाटक मंडली चाहे जो कर ले, —मुख्यमंत्री (Chief Minister) तो कमलनाथ (Kamal Nath) जी ही बनेंगे।
10 को पता चलेगा कांग्रेस के दावों में कितना दम
कांग्रेस के इन दावों में कितनी सच्चाई है, ये तो आने वाला वक्त यानी 10 नवबंर ही बताएगा, लेकिन इसके पहले कांग्रेस के इन दावों ने सियासी गलियारों में अच्छी खासी हलचल पैदा कर रखी है, वही भाजपा की बैचेनी बढ़ी दी है, हालांकि कांग्रेस ने यह स्पष्ट नही किया है कि वो किस सर्वे के आधार पर ये दावे कर रही है, ऐसे में सवाल खडे होना लाजमी है कि क्या कांग्रेस ने 28 सीटों पर सर्वे करवा लिया है या ये सिर्फ कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कहा जा रहा है, या फिर उपचुनावों में जीत के लिए यह कांग्रेस का ओवर कॉन्फिडेंट है या फिर कॉन्फिडेंस। सवाल कई है ,लेकिन इसका जवाब तो जनता ही दे पाएगी और 10 तारीख को घोषित होने वाले चुनाव परिणाम।