केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से विकसित किए गए सिंगल इंटीग्रेटेड पेंशनर्स पोर्टल ‘भविष्य’ का शुभारंभ किया और जिसका उद्देश्य केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता लाना है। शेष सभी 16 पेंशन संवितरक बैंक अब ‘भविष्य’ के साथ अपना एकीकरण शुरू करेंगे।इसके तहत भविष्य 9.0 संस्करण पेंशन वितरण बैंकों के साथ एकीकरण के साथ शुरू किया जा रहा है।
डॉ. सिंह ने कहा कि पेंशन भुगतान और ट्रैकिंग प्रणाली के लिए पोर्टल ‘भविष्य’ को SBI के पेंशन सेवा पोर्टल के साथ एकीकृत किया जा रहा है और यह पेंशनभोगियों को एक ही लॉगिन के साथ एक ही स्थान पर सभी जानकारियां और सेवाएं प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।इस एकीकरण के सभी चरणों के पूरा होने पर सेवानिवृत्त लोग ऑनलाइन पेंशन खाता खोलने के लिए बैंक और शाखा का चयन कर सकते हैं, अपनी मासिक पेंशन पर्ची, फॉर्म-16, जीवन प्रमाण पत्र की स्थिति की जांच कर सकते हैं और साथ ही भविष्य के माध्यम से अपने पेंशन वितरण बैंक को बदल सकते हैं।
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डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि भविष्य को हाल ही में नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विस डिलीवरी असेसमेंट (NESDA) द्वारा भारत सरकार के सभी सेवा पोर्टलों में तीसरे सर्वश्रेष्ठ पोर्टल के रूप में प्रमाणित किया गया है। इसलिए पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (doppw) ने भविष्य के साथ एकीकरण के लिए इस एंड-टू-एंड डिजिटाइज्ड पोर्टल को बेस पोर्टल के रूप में चुना है, जो अंततः सभी केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए सिंगल विंडो बन जाएगा। सीपीईएनजीआरएएमएस, अनुभव, अनुदान, संकल्प और पेंशन डैशबोर्ड जैसे पोर्टलों को अब भविष्य विंडो के साथ मिला दिया गया है।