नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। चक्रवती तूफान यास (Cyclone Yass) से हुई तबाही का जायजा लेने बंगाल पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की बैठक में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के 30 मिनट देरी से पहुँचने और फिर थोड़ी देर बाद वापस चले जाने को लेकर TMC सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर ट्वीट कर तंज कसा है। TMC सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) ने लिखा – भारत के लोग 7 साल से 15 लाख का इंतजार कर रहे हैं, थोड़ा वेट आप भी कर लीजिये कभी कभी। उधर गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के व्यवहार को अहंकारी कहा है। वहीं मुख्य सचिव को केंद्र सरकार बुलाने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
पीएम मोदी को आधा घंटे कराने के बाद बैठक में पहुंची पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पीएम को एक रिपोर्ट सौंपकर और रहत राशि की मांग कर बीच बैठक से वापस आने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। ममता बनर्जी के इस व्यवहार की आलोचना होने के बाद उनकी पार्टी TMC की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ममता बनर्जी के समर्थन में आ गई है। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया – 30 मिनट की देरी पर इतना हंगामा ? भारत के लोग 7 साल से 15 लाख के लिए इंतजार कर रहे हैं। घंटों ATM के आगे लाइन में इंतजार कर रहे हैं वैक्सीन के लिए महीनों इंतजार कर रहे हैं। थोड़ा आप बह इंतजार कर लीजिये कभी कभी।
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So much fuss over an alleged 30 min wait?
Indians waiting 7 years for ₹15 lakhs
Waiting hours at ATM queues
Waiting months for vaccines dueThoda aap bhi wait kar lijiye kabhi kabhi…
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 28, 2021
उधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पीएम मोदी और उनकी की बैठक के प्रति व्यवहार प् रग्रह मंत्री अमित शाह ने कड़ा एतराज जताया है उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया – ममता दीदी का आचरण दुर्भाग्यपूर्ण है। चक्रवात यास ने कई लोगों को प्रभावित किया है और प्रभावित लोगों की मदद अकारण समय की मांग है लेकिन दुःख इस बात का है कि दीदी ने अहंकार को जनकल्याण से ऊपर रखा है उनका आज का व्यवहार यही दर्शाता है।
Mamata Didi’s conduct today is an unfortunate low. Cyclone Yaas has affected several common citizens and the need of the hour is to assist those affected. Sadly, Didi has put arrogance above public welfare and today’s petty behaviour reflects that.
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) May 28, 2021
उधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही बैठक में 30 मिनट देरी से पहुंचे पश्चिन बंगाल के मुख्य सचिन अलपन बंदोपाध्याय को केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली बुला लेने पर भी बवाल शुरू हो गया है। अलपन बंदोपाध्याय का कार्यकाल ख़त्म हो गया है लेकिन कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी ने उनका कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया था। केंद्र सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने निशाना साधा है।
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कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट करते हुए लिखा – क्या आजादी के 74 साल में किसी मुख्य सचिव को सहमति के अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति के दो दिन पहले दिल्ली बुलाया गया है?
Has any chief secy anywhere in india ever in 74 yrs of independence been mandatorily/non consensually asked 2join central service within 48 hrs on date of retirement 31/5 wo state Govt consent or even consultation? Let #Centre educate me on this bt answer must be NO anr 1st 4 #WB
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 29, 2021