दरअसल, आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 6 गेंदों पर 7 रन की जरुरत थी, इसी बीच पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहनवाज दहानी ने पहली ही गेंद पर सेट बल्लेबाज रविंद्र जडेजा को क्लीन बोल्ड कर मैच को रोमांचक मोड़ पर मोड़ने की कोशिश की। इसके बाद क्रीज पर आए कार्तिक ने पहली ही गेंद पर 1 रन लेकर शानदार बल्लेबाजी कर हार्दिक को स्ट्राइक दी। तीसरी गेंद हार्दिक से मिस हो गई।
अब भारत को जीत के लिए 3 गेंदों पर 6 रन की आवश्यकता थी, इसी बीच कार्तिक शायद हार्दिक को कुछ सलाह दे रहे थे, तभी हार्दिक ने उन्हें एक आत्मविश्वास से भरा हुआ एक्सप्रेशन दिया, ये ऐसा लगा, जैसे वह कह रहे हो कि चिंता मात करो मैं गेंद को छक्के के लिए बाहर पहुंचा दूंगा और अगली गेंद पर उन्होंने ऐसा किया भी।
क्रिकेट में वापसी के बाद डायनामाइट बनकर उभरे हार्दिक पांड्या : रोहित शर्मा
हार्दिक के इस प्रदर्शन से भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा,”जब से हार्दिक ने वापसी की है, तब से वे अपनी शानदार फॉर्म में हैं। जब वह टीम का हिस्सा नहीं थे, तो उन्होंने अपने शरीर और अपने फिटनेस पर ध्यान दिया। उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता हम सभी जानते हैं और उन्होंने वापसी के बाद अपने आप को डायनामाइट में बदला है।”
पांड्या ने 19वें ओवर में तीन चौके लगाकर टीम को जीत की राह पर ले गए। उन्होंने कुल 17 गेंदों पर नाबाद 33 रन बनाए वहीं, रवींद्र जडेजा ने 29 गेंदों पर 35 रन की पारी खेली और दोनों के बीच 29 गेंदों पर 52 रन की मैच जीताऊ साझेदारी हुई। अगर गेंदबाजी की बात करें तो पांड्या ने अपने चार ओवरों में 25 रन देकर 3 विकेट झटके।
रोहित ने जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम जानते थे कि टीम मैच जीत सकती है। हमें विश्वास था और जब आपके पास यह विश्वास है, तो ये चीजें हो सकती हैं। यह लोगों को स्पष्टता देने के बारे में है, ताकि वे अपनी भूमिका अच्छी तरह से जान सके। हां, भारतीय गेंदबाजों ने पिछले एक साल में काफी लंबा सफर तय किया है और उन्होंने अलग-अलग परिस्थितियों में अच्छी तरह से अनुकूलित किया है।”