मरे हुए इंसानों को जिंदा कर सकता है AI Ghost, जीवित लोगों के सेहत पर पड़ रहा इसका बुरा असर

एआई के नए नए फीचर आपको हैरान कर सकते है। इस बार भी कुछ ऐसा ही है। AI Deadbots एक ऐसी टेक्नीक है जिसके माध्यम से मरे हुए लोग जिंदा हो सकते है। ये एआई टेक्नीक मरे हुए इंसानों के वजूद को जिंदा रख रही है।

Saumya Srivastava
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AI Deadbots: एआई के इस दौर में अब कुछ भी नामुमकिन नहीं रह गया है। अब एआई आपकी कल्पनाएं को सच कर रही हैं। एआई में रोज नए नए चीजें जुड़ने लगी है। अब एआई इतनी आगे बढ़ गई है कि वो मरे हुए इंसानों के जिंदा कर रही है। जी हां ये सुनने में अजीब जरूर है लेकिन सच है। असल में एआई मरे हुए इंसानों के वजूद को जिंदा रख रही है। अब आप उनसे बात कर सकते है। एआई के इस नए अवतार का जिंदा लोगों पर बुरा असर पड़ रहा है। वो पागलपन के शिकार हो रहे हैं।

AI Deadbots मरे लोंगों को जिंदा रख रहा है

आज के समय में एआई में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इस नए ट्रेंड के माध्यम से वो मरे हुए इंसानों के वजूद को जिंदा रखा रहा है। इस एआई के माध्यम से मरे हुए इंसानों को जिंदा लोगों के बीच वर्चुअली जिंदा रखा जा रहा है। रिसर्च करने वालों का मानना है कि इस वजह से जिंदा इंसानों के सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। वो अपने बीच मरे हुए इंसानों को देख कर पागल हो रहे है। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि एआई घोस्ट जिंदा इंसानों को मानसिक रूप से कमजोर बना रहा है।

डिप्रेशन का शिकार हो रहे लोग

बता दें कि एआई मरे हुए लोगों को वर्चुअली जिंदा रख रहा है। अब अवतार जैसे एआई घोस्ट की वजह से मरे हुए इंसानों आपसे बात कर सकते है। इस एआई फीचर की वजह से जिंदा इंसानों की सेहत पर बुरा असर दिख रहा है। जीवित लोग इस कल्पना को सच मान रहे हैं। जिस वजह से वो तनाव में आ रहे है और कहीं न कहीं तनाव की वजह से उन्हें डिप्रेशन हो रहा है।

मरे इंसान कैसे हो रहे हैं जिंदा

दरअसल एआई घोस्ट बिल्कुल उसी तरह बात करते हैं जैसे मरा हुआ इंसान करता था। इसमें वो फीचर लाने के लिए उन मरे लोगों के फोटो, वीडियो, आडियो को एआई में भेजा जाता है। जिस वजह से वो बिल्कुल मरे हुए इंसानों की तरह ही बात करने लगते है। मिली जानकारी के अनुसार ऐसे चैटबॉट का इस्तेमाल दर्द और उदासी से उबरने के लिए किया जा रहा है। ताकि कुछ समय के लिए वो इंसान सही हो जाए है।


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Saumya Srivastava

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पत्रकार बनने का सपना तो स्कूल के समय से ही था। फिर इस सपने को पंख लगाने के लिए मैंने DDU गोरखपुर से पत्रकारिता में स्नातक किया। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल से डिजिटल जर्नलिज्म में परास्नातक की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के दौरान ही सीखने के लिए मैंने अनादि टीवी में इनपुट डेस्क पर काम किया फिर डिजिटल मीडिया में कदम रखते हुए द सूत्र में काम किया फिर एमपी ब्रेकिंग न्यूज से जुड़ी। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की रहने वाली हूं। मैं पॉलिटिकल, क्राइम, हेल्थ, एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल पर खबरें लिखती हूं।

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