विद्यालय ने दी भारत माता की जय बोलने पर सजा, पूर्व विधायक धरने पर, सामाजिक संगठनो ने की परिसर में नारेबाजी

Amit Sengar
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गुना,संदीप दीक्षित। गुना (Guna) जिले के क्राइस्ट सीनियर कॉन्वेंट स्कूल में भारत माता की जय बोलने पर छात्र को 4 घंटे तक फर्श पर बिठाया गया। छात्र शिवा जैन के साथ हुए इस बर्ताव के विरोध में बड़ी संख्या में अभिभावक स्कूल में जमा हो गए और स्कूल प्रबंधन के बर्ताव पर आपत्ति जताई।

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छात्र का आरोप है कि वह राष्ट्रगान के बाद भारत माता की जय के नारे लगा रहा था। तभी एक शिक्षक ने उसे कॉलर पकड़कर कतार से बाहर खींच लिया। इसके बाद क्लास टीचर ने भी फटकार लगाई और उसे 4 घंटों तक फर्श पर बैठने की सजा दी गई। हालांकि इस मामले में अभी स्कूल प्रबंधन का पक्ष सामने नहीं आया है। घटना की जानकारी मिलने पर सामाजिक संगठन भी विद्यालय परिसर में पहुंच गए और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गई।

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शहर के क्राइस्ट स्कूल में भारत की जय बोलने पर छात्र को सजा देने का विवाद तूल पकड़ गया है। पहले अभिभावकों ने स्कूल परिसर में आपत्ति जताते हुए नारेबाजी की। इसके बाद स्कूल ने पालक संघ के नाम लिखित पत्र जारी किया और आश्वासन दिया कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं होगी। इसके बाद शहर के पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सलूजा बड़ी संख्या में समर्थकों को लेकर क्राइस्ट स्कूल पहुंच गए। उन्होंने स्कूल के रवैये को गलत ठहराया और पहले भी इस तरह के मामले सामने आने की बात कही। सलूजा ने मानव संसाधन मंत्री नईदिल्ली के नाम पत्र भी लिख दिया है। जिसमें उन्होंने स्कूल के खेल मैदान को सरकारी जमीन बता दिया। इतना ही नहीं सलूजा स्कूल के विरोध में खेल मैदान पर भी धरना देकर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ शुरु कर दिया।

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इस मामले की जानकारी मिलने पर शहर कोतवाली टीआई सहित कई आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। सलूजा मांग कर रहे हैं कि जेसीबी लाकर तुरंत स्कूल के खेल मैदान की दीवार तोड़ी जाए, ताकि सरकारी मैदान का उपयोग पूरे शहर के बच्चे कर सकें। सलूजा ने स्कूल के खेल मैदान को सरकारी बताने वाले कुछ दस्तावेज भी सार्वजनिक किए हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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